On Page SEO Kya Hai

Blog को रैंक कराने के लिए On Page SEO बहुत जरुरी है, क्यूँकि इसकी सहयता से आप अपने ब्लॉग के आर्टिकल को इस तरह से Optimize कर सकते, जिससे कि आपके ब्लॉग का आर्टिकल सर्च इंजन में टॉप पर दिखता है। अगर आप जानना चाहते है कि On Page SEO Kya hai, On Page SEO In Hindi क्या होता है, इसे कैसे करे, यह किसी वेबसाइट के लिए क्यों जरुरी है, तो इस आर्टिकल को शुरू से अंत तक पढ़िए, आपके सारे सवालो का जवाब मिल जायेगा।

On Page SEO Kya hai

On Page SEO, SEO का ही एक Part है, जिसमें आप अपने वेबसाइट के Internal चीजों पर काम करते है। Internal चीजों में मुख्य रूप से आर्टिकल का Contenr, Title, Description, Heading, Tags इत्यादि आते है। इन सब चीजों को सर्च इंजन के अनुसार Optimize करना ही On Page SEO कहलाता है। इस तरह से हम कह सकते है की On page SEO में मुख्य रूप से वेबसाइट के आर्टिकल्स को Optimize किया जाता है, जिससे आपके वेबसाइट का आर्टिकल्स Search Engine में रैंक करता है, जिससे आपके ब्लॉग का ट्रैफिक बढ़ता है।

Terms Related to On Page SEO

On Page SEO क्या है, इसके मुख्य Factors क्या है, इसके बारे में जानने से पहले इससे रिलेटेड कुछ Terms के बारे जानना जरुरी है। इससे रिलेटेड कुछ महत्वपूर्ण Terms निचे दिए गए है।

1. Search Engine Result Page (SERP)

जब आप गूगल में कुछ भी सर्च करते है, तो आपके सामने बहुत सारे वेबसाइट का लिस्ट आ जाता है।  इसे थोड़ा निचे Scroll करने पर पेज 1, 2, 3 दिखता है, इन सब Pages को ही Search Engine Result Page (SERP) कहते है। अगर किसी कीवर्ड पर कोई वेबसाइट अच्छा रैंक कर रही है तो वह SERP के पेज 1 में टॉप पर दिखती है।

2. Google Algorithm

Google Algorithm, गूगल के द्वारा बनाया गया Set Of Rules है, जिसे फॉलो कर आप अपने वेबसाइट के रैंक को Improve कर सकते हो। समय के साथ इसमें कुछ कुछ चेंज होता रहता है, जिससे यह बेहतर काम कर सके।

On Page SEO Kaise Kare

On Page सो के द्वारा आप अपने ब्लॉग के वेब Pages को ऑप्टिमाइज़ कर सकते है और अपने ब्लॉग SERP में रैंक करा सकते है। इसके अंतरगर्त वेबसाइट के इंटरनल Stuructre और कंटेंट के क्वालिटी को Improve किया जाता है, जिससे यूजर को सर्च इंजन में सर्च करने पर Valuable Information मिल सके।

वेबसाइट के Organic Traffic को Improve करने के लिए On Page SEO के बहुत सारे Factors को Optimize किया जाता है, जिसमें से कुछ निचे दिए गए है।

1. Keyword Research

Keyword Research On Page SEO का सबसे महत्वपूर्ण Factors है, क्यूँकि इसके द्वारा आप किसी Keyword के Search Volume और Keyword Difficulty के बारे में पता कर सकते है, जिससे आप उस Keyword को Target कर सकते है, जिसे लोग ज्यादा Search करते है और जिसमें Competition भी कम हो।

इसका महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्यूँकि इसके दवारा Focus Keyword को Target किया जाता है, जिसे आर्टिकल के Title, Description, URL इत्यादि में इस्तेमाल किया जाता है। 

2. Focus Keyword

Focus Keyword का इस्तेमाल आर्टिकल के Title, Description, URL, Tags इत्यादि में किया जाता है, इसलिए On Page SEO के लिए यह एक महत्वपूर्ण Factor है। जिस कीवर्ड पर आप अपने आर्टिकल को रैंक कराना चाहते है, उसे उस आर्टिकल के लिए फोकस कीवर्ड कहते है। उस कीवर्ड को फोकस कीवर्ड बनाना चाहिए, जिसे लोग ज्यादा सर्च करते है और जिसमे कीवर्ड डिफीकल्टी कम हो। फोकस कीवर्ड का इस्तेमाल आर्टिकल में कई बार कर सकते है लेकिन कीवर्ड स्तुफ्फिंग ना करे। जहाँ जरूरत हो वही फोकस कीवर्ड का इस्तेमाल करे।

3. Title Tag

सर्च इंजन में सर्च करने पर यूजर को आर्टिकल का Title ही दिखता है। यूजर आर्टिकल के टाइटल देखकर ही निर्णय लेता है की कौन से वेबसाइट को Open करना है, और किसे नहीं, इसलिए आर्टिकल के टाइटल में Focus Keyword का होना बहुत जरुरी है। जितना हो सके अपने आर्टिकल के टाइटल को आकर्षक बनाये, जिससे आपके आर्टिकल पर ज्यादा से ज्यादा Click हो।

4. Keyword Density

आप अपने आर्टिकल में फोकस कीवर्ड जितनी बार इस्तेमाल करते है वह उस आर्टिकल के लिए Keyword Density होता है। आपके आर्टिकल में कीवर्ड का इस्तेमाल एक लिमिट में और Relevent तरीके में करे। Yoast Plugin के अनुसार अगर आपका फोकस कीवर्ड 3 Words का है, तो कम से कम 6 Times और 4 या 5 Words का है तो कमसे कम 5 Times इस्तेमाल कर सकते है।

5. Meta Description

सर्च इंजन में सर्च करने पर टाइटल के बाद Meta Description ही दिखता है, इसलिए यह On Page SEO के लिए एक महत्वपूर्ण Factor है। यह पुरे आर्टिकल का सार होता है, इसलिए मेटा डिस्क्रिप्शन को Attractive बनाये और इसमें Focus Keyword को जरूर शामिल करे।

आर्टिकल के मेटा डिस्क्रिप्शन को 150-155 Characters के बिच रखे और कोशिश करे फोकस कीवर्ड मेटा डिस्क्रिप्शन के शुरू के ही एक दो वर्ड के बाद आ जाये।

6. URL Structure

  • आर्टिकल्स के URL को जितना हो सके Simple और छोटा रखे।
  • कोशिश करे आपका यूआरएल 4-5 Words से ज्यादा का ना हो।
  • URL में Focus Keyword को जरूर शामिल करे।
  • हिंदी ब्लॉग के लिए आर्टिकल्स का यूआरएल हमेशा इंग्लिश में रखे।

7. Heading Tag

आर्टिकल का Heading जो H1 – H6 Tags में इस्तेमाल किया जाता है, वह Main Keyword या Focus Keyword से ही Related ही होता है, इसलिए आर्टिकल के Heading में भी Focus Keyword का इस्तेमाल करना चाहिए।

इसके साथ ही यह ध्यान रखे की पुरे आर्टिकल में H1 Tag का इस्तेमाल एक बार ही करे, उसके बाद H2 – H6 Tags का इस्तेमाल करे। अगर आप वर्डप्रेस में अपना आर्टिकल लिख रहे है, तो टाइटल टैग Allready H1 Tags में होता है, इसलिए H1 Tag का इस्तेमाल दुबारा ना करे।

अगर आप किसी टॉपिक को H2 में लिखते है उसके अंतरगर्त जितने भी Sub Topic है उसे H3 में लिखे।

8. Alt Tag

अगर आप अपने आर्टिकल के Image में Att Tag का इस्तेमाल नहीं करते है, तो गूगल का Spider यह समझ नहीं पाता है कि वो Image किस से रिलेटेड है। इसलिए आर्टिकल के इमेज में हमेशा Alt Tag का इस्तेमाल करना चाहिए, जिससे गूगल को यह पता लग सके की आपने जो इमेज इस्तेमाल किया है वह किस चीज के बारे में है।

9. Content Duplicacy

आपका आर्टिकल का Content यूनिक होना चाहिए, किसी और ब्लॉग के Content को कॉपी ना करे। Copy Right Content को गूगल कभी सपोर्ट नहीं करता है और इससे आपको कॉपीराइट Cliam का भी सामना करना पड सकता है। इसलिए हमेशा खुद के शब्दों में ही आर्टिकल को लिखे।

10. Loading Time

अगर आपके वेबसाइट को Load होने में ज्यादा टाइम लगता है, तो कोई आपके वेबसाइट पर ठहरना पसंद नहीं करेगा। इसलिए अपने वेबसाइट के Loading Speed को ऑप्टिमाइज़ करे। आपके वेबसाइट का लोडिंग टाइम 3 Second से ज्यादा नहीं होना चाहिए।

11. Internal Link

ब्लॉग के किसी एक आर्टिकल में दूसरे आर्टिकल का लिंक लगाना ही Internal Linking कहलाता है। On Page SEO के लिए यह बहुत जरुरी है। इसके द्वारा भी आप अपने Blog Ke Traffic को Increase कर सकते हो। अगर आपके ब्लॉग के किसी आर्टिकल पर अच्छा Traffic आ रहा है, तो उस आर्टिकल पर दूसरे आर्टिकल का लिंक लगा सकते है, जिससे दूसरे आर्टिकल पर भी ट्रैफिक आने लगता है।

12. Mobile Friendly

आजकल ज्यादातर लोग इंटरनेट चलाने के लिए मोबाइल का इस्तेमाल करते है, इसलिए आपके ब्लॉग का डिज़ाइन Mobile Friendly होना चाहिए, जिससे मोबाइल यूजर भी आपके ब्लॉग के आर्टिकल को Read कर सके। इसके लिए आप Responsive Theme का इस्तेमाल करे। Blog के इमेज को भी मोबाइल के लिए Optimize करे।

13. External Link

अपने आर्टिकल में External Link लगाना भी On Page SEO का ही एक पार्ट है। आप अपने आर्टिकल के Niche से रिलेटेड किसी दूसरे आर्टिकल का लिंक लगा सकते है। External Link देते समय धयान रखे कि –

जिस वेबसाइट को आप External Link दे रहे है, उसका Domain Authority and Page Authority आपके वेबसाइट से अच्छा होना चाहिए। किसी Untrusted Website को External Link ना दे, अगर आप Affiliate Link का इस्तेमाल कर रहे है, तो उसमे “Nofollow” Tag का इस्तेमाल करे। External Link में किसी तरह का Broken Link या Redirected Link नहीं होना चाहिए।

अगर आप किसी Popular Website को एक्सटर्नल लिंक देते है तो उस वेबसाइट के साथ ही आपके वेबसाइट का भी गूगल के नजर में Trust बढ़ता है, इसलिए अपने ब्लॉग को सर्च इंजन में रैंक कराने के लिए External Link भी बहुत जरुरी है।

14. Website Navigation

आपके ब्लॉग का Navigation इस तरह से होना चाहिए, कि यूजर आपके ब्लॉग के एक पेज से दूसरे पेज पर आसानी से जा सके। इसके लिए अपने ब्लॉग के Header और Footer Section में Relevent Menus का इस्तेमाल करे। ब्लॉग के उचित केटेगरी बनाये और प्रत्येक आर्टिकल में Relevent Catagory को Add करे।

Conclusion

On Page SEO किसी ब्लॉग के Growth के लिए बहुत जरुरी है। इस आर्टिकल में On Page SEO Kya Hai और इसके कुछ महत्वपूर्ण Factors के बारे में बताया है जिसे Optimize कर आप अपने ब्लॉग के ट्रैफिक को बढ़ा सकते है। उम्मीद करते है On Page SEO Kya hai, यह जानकारी आपको अच्छा लगा होगा।  इस आर्टिकल से सम्बंधित आपका कोई सवाल है तो कमेंट करके बता सकते है। इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद।

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