बॉलीवुड की ब्यूटी क्वीन ‘रेखा’ का असली नाम ‘भानुरेखा गणेशन’ है और लोग उन्हें प्यार से ‘मैडम एक्स’ भी कहते हैं। वह अपनी एक्टिंग के साथ-साथ अपनी खूबसूरती के लिए भी जानी जाती हैं। उन्होंने बॉलीवुड में कई हिट फिल्में दी हैं और वह अपने समय के हर बड़े अभिनेता के साथ काम कर चुकी है। फिल्मों के साथ-साथ वह अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी खूब चर्चा में रहीं। उन्होंने अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे है, इसलिए रेखा के बारे में हर कोई जानना चाहता है तो चलिए जानते हैं रेखा की जिंदगी (Rekha Biography in Hindi) से जुड़े कुछ अनसुने किस्सों के बारे में –
चलिए जानते है कि आखिर रेखा ने अपने नाम के आगे कभी अपने पिता का नाम क्यों नहीं जोड़ा ? (Rekha Father Surname)
बॉलीवुड की एवरग्रीन एक्ट्रेस ‘रेखा’ का जन्म 10 अक्टूबर 1954 को चेन्नई में हुआ था। उनके पिता ‘जेमिनी गणेशन’ एक तमिल अभिनेता थे और माँ ‘पुष्पावल्ली’ एक तेलुगु अभिनेत्री थीं। ‘जेमिनी गणेशन’ और ‘पुष्पावल्ली’ ने साल 1947 में रिलीज हुई तमिल फिल्म ‘मिस मालिनी’ में साथ काम किया था। इसी दौरान दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ने लगीं। हालाँकि उस समय ‘जेमिनी गणेशन’ पहले से ही शादीशुदा थे।
साल 1954 में उनके अफेयर की खबरों ने खूब सुर्खियां बटोरी, जब पुष्पावल्ली ने शादी से पहले हीं एक बेटी को जन्म दिया। उन्होंने अपनी बेटी का नाम ‘भानुरेखा गणेशन’ रखा। जो आगे चलकर बॉलीवुड क्वीन ‘रेखा’ के नाम से जानी जाने लगी। लेकिन ‘रेखा’ ने अपने नाम के साथ कभी भी अपने पिता का सरनेम नहीं लगाया, क्योंकि उनके पिता ने उनकी मां को कभी अपनी पत्नी का दर्जा नहीं दिया। इतना ही नहीं उनके पिता ने रेखा को भी कभी अपनी बेटी के रूप में स्वीकार नहीं किया। ऐसे ही दुखों से भरी थी रेखा की जिंदगी (Rekha Biography in Hindi)
हालांकि रेखा अपने पिता से बहुत प्यार करती थीं। उनके पिता ‘जेमिनी गणेशन’ की बायोग्राफी ‘एटरनल रोमांटिक: माई फादर जेमिनी गणेशन’ के मुताबिक रेखा ने अपने पिता के बारे में कहा था कि- ”वह कभी हमारे साथ नहीं रहे, लेकिन हम जहां भी गए और जो कुछ भी किया, हमें हमेशा उनकी मौजूदगी का एहसास होता था। मेरी माँ उनके बारे में अक्सर बात करती थी और वह हमेशा मुझे उसकी पसंद-नापसंद के बारे में बताती थी। अब आप इसे प्यार कहे या कुछ और, यह आपकी मर्जी है।”
रेखा का संक्षिप्त परिचय (Brief introduction of Rekha)
रियल नेम | रेखा |
पूरा नाम | भानुरेखा गणेशन |
जन्मदिन | 10 अक्टूबर 1954 (चेन्नई) |
पिता | जेमिनी गणेशन (तमिल अभिनेता) |
माता | पुष्पावल्ली (तेलुगु अभिनेत्री) |
बहन | कमला सेल्वाराज, जया श्रीधर, विजया चामुंडेश्वरी, रेवती स्वामीनाथन, नारायणी गणेश, राधा |
भाई | सतीश कुमार गणेशन |
पति | विनोद मेहरा (अभिनेता) मुकेश अग्रवाल (मार्च 1990 से अक्टूबर 1990 तक) |
पहली फिल्म | सावन भादों (1970) |
स्कूली शिक्षा | चर्च पार्क कॉन्वेंट, चेन्नई, तमिलनाडु |
वजन | 62 कि० ग्रा० |
लम्बाई | 168 से० मी० (5′ 6”) |
आँखों का रंग | भूरा |
बालों का रंग | काला |
पसंदीदा अभिनेता | दिलीप कुमार |
पसंदीदा अभिनेता | कंगना रनौत |
रेखा का फिल्मी करियर (Rekha Film Career)
रेखा का जीवन कठिनाइयों से भरा रहा। जब वह छोटी थीं तो उस समय उनकी मां को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा, इसलिए रेखा अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर सकीं और छोटी उम्र में ही उन्होंने तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री में काम करना शुरू कर दिया। साल 1966 में 12 साल की उम्र में उन्होंने तमिल फिल्म ‘रंगुला रतलाम’ में बाल कलाकार के रूप में काम किया।
इसके बाद साल 1969 में उन्होंने कन्नड़ फिल्म ‘ऑपरेशन जैकपॉट नल्ली सीआईडी 999’ में मुख्य अभिनेत्री के तौर पर काम किया। इस फिल्म में उस समय के मशहूर कन्नड़ अभिनेता ‘राजकुमार’ मुख्य भूमिका में नजर आये थे। यह फिल्म उस समय की सबसे सफल फिल्मों में से एक थी और इस फिल्म में रेखा के काम को काफी पसंद किया गया था, यही वजह थी कि उन्हें बहुत कम समय में बॉलीवुड इंडस्ट्री में भी काम मिल गया।
रेखा ने साल 1970 में फिल्म ‘सावन भादों’ से बॉलीवुड में अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट रही और रेखा रातों-रात स्टार बन गईं। इसके बाद उन्होंने ‘गोरा और काला’, ‘गांव हमारा शहर तुम्हारा’, ‘नमक हराम’ और ‘धर्मात्मा’ जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया। लेकिन उन्हें बॉलीवुड में असली पहचान साल 1976 में रिलीज हुई फिल्म ‘दो अंजाने’ से मिली। इस फिल्म में उन्होंने बॉलीवुड के महानायक ‘अमिताभ बच्चन’ के साथ काम किया था। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन और रेखा की जोड़ी को दर्शकों ने काफी पसंद किया।
इसके बाद रेखा ने कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया जैसे- ‘खून भरी मांग’, ‘मुकद्दर का सिकंदर’, ‘सुहाग’, ‘जुदाई’, ‘उमराव जान’, ‘सिलसिला’, ‘खिलाड़ियों का खिलाड़ी’, ‘बीवी हो तो ऐसी’ और ‘राम बलराम’। इन सभी फिल्मों के जरिए रेखा ने खुद को एक वर्सटाइल एक्ट्रेस के तौर पर साबित किया है।
रेखा की फिल्में (Rekha Movies)
साल (1966 – 2000)
साल | फिल्म | किरदार का नाम | अन्य कलाकार |
1970 | सावन भादों | चंदा | नवीन निश्चल |
1971 | एलान | माला मेहता | विनोद मेहरा, विनोद खन्ना और मदन पूरी |
1972 | गोरा और काला | फुलवा | राजेंद्र कुमार और हेमा मालिनी |
1973 | नमक हराम | श्यामा | राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन |
1974 | प्राण जाये पर वचन ना जाये | शीतल | सुनील दत्त और बिंदु |
1975 | धर्मात्मा | अनु | फिरोज खान और हेमा मालिनी |
1976 | दो अंजाने | रेखा रॉय/सुनीता देवी | अमिताभ बच्चन |
1977 | फरिश्ता | कातिल | शशि कपूर |
1978 | गंगा की सौगंध | धनिया | अमिताभ बच्चन |
1979 | मिस्टर नटवरलाल | शन्नो | अमिताभ बच्चन, कादर खान और अमजद खान |
1980 | राम बलराम | शोभा | अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र और जीनत अमान |
मांग भरो सजना | राधा | जितेन्द्र और मौसमी चटर्जी | |
1981 | उमराव जान | उमराव जान | नसीरुद्दीन शाह और राज बब्बर |
सिलसिला | चांदनी | अमिताभ बच्चन, शशि कपूर और जया बच्चन | |
1982 | जीवन धारा | संगीता श्रीवास्तव | राज बब्बर, राकेश रोशन और अमोल पालेकर |
1983 | प्रेम तपस्या | बेला | जीतेन्द्र और रीना रॉय |
मुझे इन्साफ चाहिए | शकुन्तला | मिथुन चक्रवर्ती और रति अग्निहोत्री | |
1984 | आशा ज्योति | आशा | राजेश खन्ना और रीना रॉय |
झूठा सच | अलका | धर्मेन्द्र | |
1986 | सदा सुहागन | लक्ष्मी | जीतेन्द्र और गोविंदा |
इन्साफ की आवाज | इंस्पेक्टर झाँसी रानी | अनिल कपूर, ऋचा शर्मा और राज बब्बर | |
1987 | प्यार की जीत | सोनी | अशोक कुमार, विनोद मेहरा और शशि कपूर |
अपने अपने | शारदा कपूर | जितेंद्र और हेमा मालिनी | |
1988 | खून भरी मांग | आरती वर्मा | कबीर बेदी |
बीवी हो तो ऐसी | शालू मेहरा | फारुख शेख और बिंदु | |
1989 | कसम सुहाग की | सूरजमुखी | धर्मेन्द्र |
सौतन की बेटी | राधा एस वर्मा | जितेंद्र और जयाप्रदा | |
1991 | फूल बने अंगारे | नम्रता सिंह | रजनीकांत |
1992 | इन्साफ की देवी | साधना वर्मा | जितेन्द्र |
1993 | गीतांजलि | अंजलि मेहरा/गीता भारद्वाज | जितेन्द्र |
1994 | मैडम एक्स | मैडम एक्स/सोनू | मोहसिन खान और शक्ति कपूर |
1995 | अब इन्साफ होगा | जानकीदेवी प्रसाद | मिथुन चक्रवर्ती |
1996 | खिलाड़ियों का खिलाड़ी | माया | अक्षय कुमार और रवीना टंडन |
साल (2000 – 2024)
साल | फिल्म | किरदार का नाम | अन्य कलाकार |
2000 | बुलन्दी | लक्ष्मी | अनिल कपूर और रवीना टंडन |
2001 | ज़ुबैदा | महारानी मंदिरा देवी | करिश्मा कपूर और मनोज बाजपेयी |
लज्जा | रामदुलारी | माधुरी दीक्षित, मनीषा कोईराला, महिमा चौधरी, अनिल कपूर, अजय देवगन और जैकी श्रॉफ | |
2002 | दिल है तुम्हारा | सरिताजी | प्रीति जिंटा, महिमा चौधरी और अर्जुन रामपाल |
2003 | कोई… मिल गया | सोनिया मेहरा | ऋतिक रोशन और प्रीति जिंटा |
2006 | क्रिश | सोनिया मेहरा | ऋतिक रोशन और प्रियंका चोपड़ा |
कुड़ियों का है जमाना | मयूरी | महिमा चौधरी और अश्मित पटेल | |
2007 | यात्रा | लाजवंती | नाना पाटेकर |
2010 | सदियां | अमृत | ऋषि कपूर और हेमामालिनी |
2013 | कृष 3 | सोनिया मेहरा | ऋतिक रोशन, प्रियंका चोपड़ा, कंगना रनौत और विवेक ओबेरॉय |
2014 | सुपर नानी | भारती भाटिया | शरमन जोशी और रणधीर कपूर |
रेखा की अन्य फिल्में (Rekha Other Movies)
- सावन भादों (1970)
- हसीनों का देवता (1971)
- दोस्त और दुश्मन (1971)
- गोरा और काला (1972)
- गांव हमारा शहर तुम्हारा (1972)
- एक बेचारा (1972)
- डबल क्रॉस (1972)
- रामपुर का लक्ष्मण (1972)
- कीमत (1973)
- कशमकश (1973)
- कहानी किस्मत की (1973)
- अनोखी अदा (1973)
- नमक हराम (1973)
- वो मैं नहीं (1974)
- प्राण जाये पर वचन ना जाये (1974)
- दुनिया का मेला (1974)
- दो आंखें (1974)
- कहते हैं मुझको (1975)
- धर्मात्मा (1975)
- धरम करम (1975)
- धूप की कालिमा (1976)
- दो अंजाने (1976)
- नागिन (1976)
- राम भरोसे (1977)
- फरिश्ता या कातिल (1977)
- दिलदार (1977)
- चक्कर पे चक्कर (1977)
- आप की खातिर (1977)
- खून पसीना (1977)
- सावन के गीत (1978)
- राम कसम (1978)
- गंगा की सौगंध (1978)
- कसमे वादे (1978)
- मुकद्दर का सिकंदर (1978)
- मुकाबला (1979)
- मिस्टर नटवरलाल (1979)
- जानी दुश्मन (1979)
- प्रेम बंधन (1979)
- सुहाग (1979)
- राम बलराम (1980)
- मांग भरो सजना (1980)
- खुबसूरत (1980)
- जुदाई (1980)
- ज्योति बने ज्वाला (1980)
- उमराव जान (1981)
- सिलसिला (1981)
- मेहंदी रंग लाएगी (1982)
- जीवन धारा (1982)
- प्रेम तपस्या (1983)
- मुझे इन्साफ चाहिए (1983)
- अगर तुम ना होते (1983)
- बिंदिया चमकेगी (1984)
- माटी मांगे खून (1984)
- ज़मीन आसमान (1984)
- झूठा सच (1984)
रेखा का अफेयर (Rekha Affair)
उनकी निजी जिंदगी की बात करें तो उनकी प्रोफेशनल लाइफ जितनी सफल रही, उनकी पर्सनल लाइफ उतनी ही दुखों से भरी रही। पहले तो उनके पिता ने ही उन्हें अपनी बेटी मानने से इनकार कर दिया और बाद में कई लोगों के साथ नाम जुड़ने के बावजूद भी उन्हें अपना सच्चा प्यार कभी नहीं मिला। जिसके कारण रेखा आज भी अकेले रहने को मजबूर हैं। उनका नाम विनोद मेहरा, अमिताभ बच्चन, संजय दत्त और अक्षय कुमार जैसे कई बॉलीवुड अभिनेताओं के साथ जुड़ा, लेकिन किसी के साथ उनका प्यार सफल नहीं रहा। तो चलिए जानते हैं उनके लव अफेयर के बारे में –
रेखा और अमिताभ बच्चन के बीच अफेयर (Rekha and Amitabh Bachchan Affair)
रेखा और अमिताभ बच्चन की पहली मुलाकात साल 1976 में फिल्म ‘दो अंजाने’ के सेट पर हुई थी। इसी फिल्म की शूटिंग के दौरान दोनों की बीच दोस्ती हुई और धीरे-धीरे उनकी दोस्ती प्यार में बदल गई। लेकिन दिलचस्प बात ये है कि जब दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ रही थीं उस समय अमिताभ बच्चन पहले से शादीशुदा थे।
साल 1973 में ही अमिताभ बच्चन और जया बच्चन ने एक दूसरे से शादी कर ली। इस वजह से अमिताभ बच्चन और रेखा का लव अफेयर उस समय एक बड़े विवाद का कारण बन गया था । शादीशुदा होने के कारण अमिताभ बच्चन भी रेखा को अपना नहीं सके, जिसके कारण उनकी लव स्टोरी अधूरी रह गई।
रेखा और विनोद मेहरा के बीच अफेयर (Rekha and Vinod Mehra Affair)
80 के दशक में रेखा और विनोद मेहरा एक-दूसरे के प्यार में पूरी तरह पागल थे, जिस वजह से दोनों ने दुनिया की नजरों से छुपकर शादी कर ली थी। शादी के बाद जब विनोद मेहरा अपनी वाइफ रेखा को घर लेकर गए थे, तब उनकी मां ने रेखा को अपनी बहू मानने से इनकार कर दिया था। इतना ही नहीं, विनोद मेहरा की माँ उनकी हरकत से इतना नाराज हो गई थीं कि, वह रेखा को मारने के लिए चप्पल भी उठा ली थी। इसी वजह से रेखा और विनोद मेहरा की शादी एक दिन भी नहीं चल पाई। दोनों ने एक-दूसरे से अलग होने का फैसला कर लिया था।
जब रेखा ने अमिताभ बच्चन के लिए आमिर खान के पिता ताहिर हुसैन को दिया था धोखा (Rekha and Tahir Hussain Controversy)
साल 1980 में रेखा ने एक साथ दो फिल्में साइन की थीं, पहली थी संजीव कुमार के साथ फिल्म ‘दासी’ और दूसरी थी आमिर खान के पिता ताहिर हुसैन की फिल्म ‘लॉकेट’। वह दोनों फिल्मों की शूटिंग शुरू हो चुकी थी, लेकिन तभी रेखा को यश चोपड़ा की फिल्म ‘सिलसिला’ में काम करने का ऑफर मिला, जिसमें उन्हें सालों बाद अमिताभ बच्चन के साथ काम करने का मौका मिल रहा था। अमिताभ बच्चन की वजह से रेखा तुरंत इस फिल्म में काम करने के लिए तैयार हो गईं। इस बात से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि रेखा की लाइफ (Rekha Biography in Hindi) में अमिताभ बच्चन का क्या रोल था। यश चोपड़ा तो इस बात से बहुत खुश हुए , लेकिन अन्य निर्माताओं को अपनी फिल्मों की शूटिंग के लिए इंतजार करना पड़ा था। जिसके चलते आमिर खान के पिता ताहिर हुसैन को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा था।
रेखा ने सबसे पहले यश चोपड़ा की फिल्म ‘सिलसिला’ की शूटिंग पूरी की। इसके बाद उन्होंने किसी तरह फिल्म ‘दासी’ की शूटिंग तो पूरी कर ली, लेकिन फिल्म ‘लॉकेट’ के लिए उन्हें वक्त नहीं मिल पाया। यही कारण था कि फिल्म “लॉकेट” को बनने में लगभग 5 साल लग गए और फिल्म साल 1986 में रिलीज हुई। जिसके कारण ताहिर हुसैन को आर्थिक नुकसान के साथ-साथ मानसिक प्रताड़ना का भी सामना करना पड़ा। रेखा के इस व्यवहार से आमिर खान के पिता ‘ताहिर हुसैन’ बेहद नाराज हुए और उन्होंने इसके बाद रेखा के साथ दोबारा किसी फिल्म में काम नहीं किया। हैरानी की बात यह है कि फिल्म ‘सिलसिला’, जिसमें अमिताभ बच्चन के साथ काम करने के लिए रेखा ने ताहिर हुसैन को धोखा दिया था, वह फिल्म भी बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं कर पाई।
कभी रेखा के मोटे होने पर लोग उड़ाते थे मजाक, फिर कैसे किया उन्होंने खुद में जबरदस्त बदलाव? (Rekha Looks Transformation)
रेखा अपनी एक्टिंग के साथ-साथ अपनी खूबसूरती के लिए भी जानी जाती हैं। आज वह 69 साल की हैं, लेकिन लुक, स्टाइल और खूबसूरती के मामले में वह आजकल की यंग अभिनेत्रियों को भी टक्कर देती हैं। रेखा के बारे में एक बात कही जाती है कि ‘रेखा पुरानी शराब की तरह हैं, जैसे-जैसे उनकी उम्र बढ़ रही हैं वह और भी खूबसूरत होती जा रही हैं’। 69 साल की उम्र में भी वह ‘फिट एंड फाइन’ होने के साथ-साथ बेहद ग्लैमरस दिखती हैं। लेकिन एक समय ऐसा भी था जब रेखा को लोग मोटी और सांवली कहकर मुंह फेर लेते थे।
अपने करियर के शुरुआती दौर में रेखा को अपने मोटे और सांवले रंग के लिए काफी आलोचनाओं और तानों का सामना करना पड़ा था। जिसके बाद उन्होंने खुद में कई तरह के बदलाव किये। उन्होंने अपने डाइट, लाइफस्टाइल और त्वचा के रंग के साथ-साथ अपनी फिटनेस पर भी ध्यान देना शुरू कर दिया। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि – ‘उन्हें जंक फूड और चॉकलेट खाना बहुत पसंद था, लेकिन उन्होंने इसे छोड़ दिया। जिसके बाद उन्हें वजन कम करने और अपनी फिटनेस हासिल करने में मदद मिली और यह सब रातोरात नहीं हुआ बल्कि इसमें ढाई साल लग गए।
रेखा को मिले पुरस्कार (Rekha Awards)
राष्ट्रिय फिल्म पुरस्कार (National Film Award)
साल | फिल्म | पुरस्कार |
1981 | उमराव जान | सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री |
फिल्मफेयर पुरस्कार (Filmfair Award)
साल | फिल्म | पुरस्कार |
1980 | खूबसूरत | सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री |
1988 | खून भरी मांग | सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री |
1996 | खिलाड़ियों का खिलाड़ी | सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री |
2003 | —————— | लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड |
रेखा का नेट वर्थ (Rekha Net Worth)
बॉलीवुड की सदाबहार अभिनेत्री ‘रेखा’ आज फिल्मों से दूर हैं, लेकिन फिर भी वह अरबों की संपत्ति की मालकिन हैं और वह बेहद लग्जरी लाइफ जीती हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, उनकी कुल संपत्ति ’40 मिलियन डॉलर’ यानी करीब 25 अरब रुपये है। रेखा कई सालों से किसी फिल्म में नजर नहीं आई हैं, ऐसे में लोगों के मन में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि वह आज भी अपनी लग्जरी लाइफ को कैसे मेंटेन करती हैं। तो चलिए जानते हैं रेखा के लाइफ और उनके इनकम सोर्स के बारे में –
रेखा की मुंबई के साथ-साथ साउथ इंडिया में भी कई प्रॉपर्टीज हैं, जिनसे उन्हें किराया के तौर पर लाखों का इनकम होता है। इसके अलावा वह राज्यसभा सांसद भी हैं, जिसके लिए उन्हें हर महीने 1 लाख रुपये की रकम मिलती है। रेखा भले ही एक्टिंग से दूर हैं लेकिन वह अक्सर कई टीवी शोज में नजर आती हैं, जिसके लिए भी उन्हें भारी भरकम फीस मिलती है। इसके अलावा वह कई उद्घाटन समारोहों में रिबन काटते हुए भी नजर आती हैं, जिसके लिए उन्हें अच्छी खासी रकम भी मिलती है। इसके अलावा वह ब्रांड एंडोर्समेंट से भी अच्छी खासी कमाई कर लेती हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
उम्मीद करते है कि रेखा के जीवन (Rekha Biography in Hindi) के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। इसी तरह अपने पसंदीदा कलाकारों के बारे में जानने के लिए इस वेबसाइट के अन्य आर्टिकल्स को भी पढ़ सकते। इस आर्टिकल से रिलेटेड आपका कोई सवाल हो तो उसे कमेंट करके जरूर बताए। इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद !