बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार जिन्होंने बॉलीवुड में आते ही तहलका मचा दिया। जिनकी एक के बाद एक 17 हिट फिल्मों का रिकॉर्ड आज भी कायम है। उनकी दीवानगी खासकर लड़कियों में इस कदर थी कि बड़े परदे पर उन्हें देखकर लड़कियां पागल हो जाती थी। अगर किसी स्टूडियो या किसी निर्माता के प्रोजेक्ट के बाहर उनकी सफेद रंग की कार रुकती थी तो लड़कियां उस कार को ही चूम लेती थी । लिपिस्टिक के निशान से सफेद रंग की कार गुलाबी हो जाती थी।
इतना ही नहीं लड़कियों के बीच उनकी दीवानगी इस कदर थी कि जिस रास्ते से उनकी गाड़ी गुजरती थी, उससे उड़ने वाली धूल से लड़कियां अपनी मांग भर लिया करती थी।
क्या आप यकीन करेंगे कि लड़कियां उन्हें अपने खून से खत लिखा करती थी और अपने शरीर पर उनके नाम का टैटू बनाती थी। इतना ही नहीं, लड़कियां सोते समय उनकी तस्वीर अपने तकिए के नीचे रखा करती थीं । ऐसा था उनका स्टारडम जिसे आज तक कोई भी अभिनेता छू भी नहीं सका।
उनकी फ़िल्म आनंद का डायलॉग आज भी लोगों की ज़ुबान पर है- ‘बाबूमोशाय, हम सब रंगमंच की कठपुतलियां है जिसकी डोर ऊपर वाले की उंगलियों से बंधी हुई है. कब किसकी डोर खिंच जाए ये कोई नहीं बता सकता.’
इस ब्लॉग में हम बात कर रहे हैं बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार ‘राजेश खन्ना’ के बारे में
राजेश खन्ना और उनका परिवार (Rajesh Khanna and his family)
राजेश खन्ना का जन्म 29 दिसंबर 1942 को अमृतसर, पंजाब में हुआ था। जन्म के समय उनका नाम ‘जतिन खन्ना’ रखा गया था, लेकिन फिल्मों में आने से पहले उन्होंने अपना नाम बदलकर ‘राजेश खन्ना’ रख लिया था।
उनके पिता का नाम ‘लाला हीरानंद खन्ना और माता का नाम ‘चंद्ररानी खन्ना’ है। राजेश खन्ना के एक बड़े भाई भी थे, जिनका नाम नरेंद्र खन्ना है। खन्ना के पिता बुरेवाला, पंजाब में एक अध्यापक हुआ करते थे, जो अभी पाकिस्तान में पड़ता है। बुरेवाला में उनका एक खानदानी हवेली भी था, जिसका नाम था ‘खन्ना हवेली था ।
बँटवारे के बाद उनके पिता सब कुछ छोड़कर भारत आ गए थे। यहां उनकी आर्थिक स्थिति इतनी खराब हो गई थी कि वो अपने बच्चों का पालन-पोषण भी नहीं कर पा रहे थे। आख़िरकार उनके पिता ने उन्हें 6 साल की उम्र में अपने भाई ‘चुन्नीलाल खन्ना’ को सौंप दी,. ‘चुन्नीलाल खन्ना’ मुंबई में एक रेलवे कांट्रेक्टर के रूप में काम करते थे। इस तरह उनका पालन पोषण ‘चुन्नीलाल खन्ना और उनकी पत्नी ‘लीलावती खन्ना’ने किया और वे उनके दूसरे माता-पिता बने।
राजेश खन्ना की शिक्षा (Rajesh Khanna’s education)
राजेश खन्ना ने अपनी स्कूली शिक्षा ‘सेंट सेबेस्टियन गोअन हाई स्कूल’, मुंबई से की। इसके बाद उन्होंने ‘नौरोजी वाडीया कॉलेज’, पुणे से इंटरमीडिएट की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने ‘के.सी. कॉलेज’, मुंबई से ग्रेजुएशन की पढ़ाई की। स्कूल के दिनों में राजेश खन्ना नाटकों में भाग लिया करते थे। इसके अलावा उन्हें बोंगू और ड्रम बजाने का भी बड़ा शौक था। स्कूल के दिनों में बॉलीवुड अभिनेता ‘जितेंद्र‘ उनके साथ पढ़ते थे और दोनों बहुत अच्छे दोस्त भी थे।
कॉलेज के दिनों में भी वो अक्सर ड्रामा कम्पटीशन में पार्टिसिपेट किया करते थे और यहीं से उन्हें फिल्मों में काम करने की इच्छा पैदा हुई। उनके मामा ने इसमें उनकी हेल्प की और उन्होंने सबसे पहले उनका नाम ‘जतिन खन्ना’ से बदलकर ‘राजेश खन्ना’ कर दी। ‘राजेश खन्ना ‘फिल्म का ऑडिशन देने भी ‘एमजी स्पोर्ट्स कार’ से जाया करते थे और उस वक्त किसी फिल्म स्टार के पास भी ऐसी कार नहीं होती थी ।
राजेश खन्ना से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ(Some interesting information related to Rajesh Khanna)
Attribute | Information |
---|---|
वास्तविक नाम(Real Name) | जतिन खन्ना(Jatin Khanna) |
बॉलीवुड नाम | राजेश खन्ना(Rajesh Khanna) |
बॉलीवुड का लोकप्रिय नाम(popular name of bollywood) | काका(Kaka) |
जन्मदिन(Date of Birth) | 29 दिसंबर 1942(December 29, 1942) |
जन्म स्थान(Place of Birth) | अमृतसर, पंजाब, ब्रिटिश भारत(Amritsar, Punjab, British India) |
मृत्यु तिथि(Date of Death) | 18 जुलाई 2012(July 18, 2012) |
पेशा(Occupation) | अभिनेता, फ़िल्म निर्माता, राजनीतिज्ञ(Actor, film producer, politician) |
सक्रिय वर्ष(Years Active) | 1966-2012 |
जीवनसाथी(Spouse) | डिंपल कपाड़िया (Dimple Kapadia ) |
बच्चे(Children) | ट्विंकल खन्ना, रिंकी खन्ना(Twinkle Khanna, Rinkie Khanna) |
उल्लेखनीय उपलब्धियाँ(Notable Achievements) | बॉलीवुड के पहले “सुपरस्टार”(Bollywood’s first “superstar”) |
प्रसिद्ध फ़िल्में(Famous Films) | “आनंद,” “बावर्ची,” “आराधना,” “नमक हराम”(“Anand,” “Bawarchi,” “Aradhana,” “Namak Haraam”) |
राजनीतिक कैरियर(Political Career) | संसद सदस्य (Member of Parliament (1992–1996)) |
पुरस्कार(Awards) | फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार, पद्म भूषण (Filmfare Awards, Padma Bhushan (2003)) |
हस्ताक्षर संवाद(Signature Dialogue) | “बाबूमोशाय, जिंदगी बड़ी होनी चाहिए, लंबी नहीं।”(“Babumoshai, zindagi badi honi chahiye, lambi nahi.” (From “Anand”)) |
परंपरा(Legacy) | भारतीय सिनेमा में एक महान अभिनेता के रूप में याद किये जाते हैं(Remembered as a legendary actor in Indian cinema) |
शैक्षणिक योग्यता(Educational Qualification) | कला स्नातक(Bachelor of Arts) |
डेब्यू फिल्म(Debut Film) | आखिरी खत (1966)(Aakhri Khat (1966)) |
पसंदीदा अभिनेता(Favourite Actor) | गुरुदत्त, दिलीप कुमार(Guru Dutt, Dilip Kumar) |
राजेश खन्ना के फिल्मी सफर की शुरुआत(Beginning of Rajesh Khanna’s film journey)
साल 1966 में राजेश खन्ना को पहली बार चेतन आनंद द्वारा निर्देशित फिल्म ‘आखरी खत’ में काम करने का मौका मिला। इस फिल्म को भारत की तरफ से ऑस्कर के ‘बेस्ट फॉरेन लैंग्वेज फिल्म’ के लिए चुना गया। इसके बाद उन्होंने फिल्म ‘राज’ और ‘बहारो के सपने’ में काम किया, लेकिन बॉलीवुड में उन्हें असली पहचान साल 1969 में फिल्म ‘आराधना’ से मिली। इस फिल्म में शर्मीला टैगोर के साथ उनकी जोड़ी लोगो को खूब पसंद आई और इस फिल्म की सफलता के बाद राजेश खन्ना रातोंरात सुपरस्टार बन गए।
इसके बाद उन्होंने “कटी पतंग”, “सच्चा झूठा”, “हाथी मेरे साथी”, “अमर प्रेम”, “आप की कसम”, “रोटी”, “प्रेम कहानी”, “छैला बाबू” और कुदरत जैसी कई हिट फिल्मों में काम किया।
राजेश खन्ना को फिल्मफेयर पुरस्कार मिला (Rajesh Khanna received Filmfare Award)
राजेश खन्ना को 14 बार फिल्मफेयर पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया, जिसमें 3 बार उन्हें बेस्ट एक्टर के तौर पर फिल्मफेयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।
पहला फिल्मफेयर अवॉर्ड उन्हें साल 1971 में फिल्म ‘सच्चा झूठा’ के लिए मिला था, जबकि दूसरा, साल 1972 में फिल्म ‘आनंद’ के लिए और तीसरा, साल 1975 में फिल्म ‘अविष्कार’ के लिए मिला था।
साल 2005 में उन्हें फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेण्ट अवार्ड से भी सम्मानित किया गया था।
3 मई 2013 को भारतीय डाक सेवा ने उनकी याद में उनके नाम पर डाक टिकट जारी किया।
मुंबई के गिरगांव में एक चौक का नाम उनके नाम पर “सुपर स्टार राजेश खन्ना चौक” रखा गया है।
क्यों राजेश खन्ना पर उनकी पत्नी ने ही सिगरेट से जलाने का लगाया आरोप(Why did his wife accuse Rajesh Khanna of burning him with a cigarette?)
राजेश खन्ना ने जितनी शोहरत बड़े पर्दे पर हासिल की, उतनी ही बदनामी उन्हें अपनी पर्सनल लाइफ में झेलनी पड़ी। एक समय ऐसा आया जब उनकी पत्नी डिंपल कपाड़िया ने उन पर मारने पीटने और सिगरेट से जलाने का आरोप लगाया था। तो चलिए जानते हैं कि क्या है इस खबर के पीछे की असली सच्चाई?
दरअसल साल 1973 में राजेश खन्ना की कई फिल्में फ्लॉप हो गई थीं और उनका स्टारडम धीरे धीरे गिरता जा रहा था, जिसे वो बर्दाशत नहीं कर पा रहे थे। अपने करियर को बर्बाद होता देख वो शराब और सिगरेट की लत में डूब चुके थे। डिंपल कपाड़िया ने उन्हें कई बार समझाने की कोशिश की लेकिन वो इसमें सफल नहीं हुई ।
डिंपल कपाड़िया ने एक इंटरव्यू में बताया था कि राजेश खन्ना शराब और सिगरेट के नशे में इस कदर डूब चुके थे कि कई बार उन्होंने मेरी पिटाई कर दी थी। इतना ही नहीं गुस्सा उनके दिमाग पर इस कदर हावी हो गया था कि वो मारने पीटने के साथ मुझे सिगरेट से भी जलाते थे। इन सब चीजों से डिंपल इतनी परेशान हो गई थी कि एक दिन वो दोनों बेटियों को साथ लेकर उनका घर छोड़कर चली गई।
जब 15 साल की एक्ट्रेस ने राजेश खन्ना पर लगाया था घिनौना बर्ताव करने का आरोप(When a 15 year old actress accused Rajesh Khanna of disgusting behaviour.)
साल 1986 में 15 साल की एक्ट्रेस सबीहा और राजेश खन्ना फिल्म ‘अनोखा रिश्ता’ में साथ काम कर रहे थे। इस दौरान सबीहा की मां और अपने जमाने की मशहूर एक्ट्रेस ‘अमिता’ ने राजेश खन्ना पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने बताया था कि फिल्म के सेट पर राजेश खन्ना ने उनकी बेटी के साथ बेहद घिनौना व्यवहार किया था। यह खबर जंगल की आग की तरह फैल गई और पूरी बॉलीवुड इंडस्ट्री में खलबली मच गई।
ये वो दौर था जब राजेश खन्ना का स्टारडम धीरे-धीरे कम हो रहा था और अमिताभ बच्चन का स्टारडम धीरे-धीरे बढ़ रहा था। ऐसे में ये खबर उनके करियर के लिए बहुत बड़ा झटका साबित हुआ। खास बात ये थी कि उस वक्त राजेश खन्ना के बारे में कोई ऐसा सोच भी नहीं सकता था। हालांकि बाद में सबीहा और अमिता ने इन आरोपों पर कोई सबूत पेश नहीं किया। इसलिए ये खबर कुछ महीनों तक चर्चा में रहने के बाद खत्म हो गई।
राजेश खन्ना और अंजू महेंद्रू की प्रेम कहानी (Love story of Rajesh Khanna and Anju Mahendru)
अंजू महेंद्रू और राजेश खन्ना की पहली मुलाकात साल 1966 में हुई थी, उस समय अंजू फिल्मों में काम करने के लिए स्ट्रगल कर रही थीं जबकि राजेश खन्ना अपने करियर के पीक पर थे। उनकी मुलाकात जल्द ही प्यार में बदल गई। कहा जाता है कि दोनों का रिश्ता काफी गहरा था, जहां अंजू राजेश खन्ना की हर बात मानती थीं, वहीं राजेश खन्ना भी उन पर जान छिड़कते थे और उन पर अपनी कमाई लुटाने में भी कोई कसर नहीं छोड़ते थे। इतना ही नहीं उन्होंने अंजू को एक आलीशान बंगला भी गिफ्ट में दिया था।
राजेश खन्ना, अंजू के साथ अपने रिलेशन को लेकर काफी सीरियस थे। कई सालों तक लिव-इन रिलेशनशिप में रहने के बाद जब राजेश खन्ना ने उन्हें शादी के लिए प्रपोज किया तो अंजू ने शादी से इनकार कर दिया। अंजू के बार-बार इंकार करने से राजेश खन्ना काफी नाराज और गुस्से में रहने लगे थे। इसी बीच अंजू का नाम वेस्टइंडीज के क्रिकेटर गैरी सोबर्स के साथ जुड़ने लगा। यह बात राजेश खन्ना को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं हुई और उन्होंने साल 1972 में अंजू से अपना रिश्ता तोड़ दिया।
क्यों अधूरी रह गई राजेश खन्ना और अंजू महेंद्रू की प्रेम कहानी(Why Rajesh Khanna and Anju Mahendru’s love story remained incomplete?)
अंजू महेंद्रू ने एक इंटरव्यू में बताया था कि राजेश खन्ना एक कन्सेर्वटिव सोच वाले इंसान है। मेरा स्कर्ट पहनना उन्हें अच्छा नहीं लगता था और जब मैं साड़ी पहन लेती थी तो कहते थे कि ये क्या भारतीय नारी का लुक बना रखा है। उन्हें मेरा काम करना पसंद नहीं था और मुझे उनकी वजह से कई मॉडलिंग असाइनमेंट्स छोड़ने पड़े थे। इसके अलावा उनकी वजह से मुझे कई फिल्मों से भी हाथ धोना पड़ा था।
अंजू से ब्रेकअप के ठीक एक साल बाद राजेश खन्ना ने डिंपल कपाड़िया से शादी कर ली। कहा जाता है कि राजेश खन्ना, अंजू से इस कदर गुस्सा थे कि अपनी शादी के दौरान वह जानबूझकर अंजू के घर के सामने से अपनी बारात लेकर गए थे और उन्हें जलाने के ख्याल से काफी देर तक वहां रुके भी थे।
राजेश खन्ना और डिंपल कपाड़िया का प्यार से शादी तक का सफर(Rajesh Khanna and Dimple Kapadia’s journey from love to marriage)
राजेश खन्ना और डिंपल कपाड़िया की पहली मुलाकात अहमदाबाद के नवरंगपुरा स्पोर्ट्स क्लब में हुई थी, जहां राजेश खन्ना बतौर चीफ गेस्ट आए थे। राजेश खन्ना को पहली नजर में ही डिंपल से प्यार हो गया था। डिंपल भी बचपन से ही राजेश खन्ना की बहुत बड़ी फैन थीं इसलिए उन्होंने राजेश खन्ना का प्रपोजल तुरंत स्वीकार कर लिया। शादी के लिए राजेश खन्ना ने शर्त रखी थी कि उन्हें एक हफ्ते के अंदर शादी करनी होगी।
साल 1973 में 31 साल की उम्र में राजेश खन्ना ने बॉलीवुड एक्ट्रेस डिंपल कपाड़िया से शादी की। डिंपल उस वक्त महज 16 साल की थीं और उसी साल उन्होंने राज कपूर की फिल्म ‘बॉबी’ से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी।
शादी के बाद डिंपल 11 साल तक फिल्मों से दूर रहीं क्योंकि राजेश खन्ना नहीं चाहते थे कि डिंपल फिल्मों में काम करें। इसी बीच ट्विंकल और रिंकी खन्ना का जन्म हुआ। इसके बाद राजेश खन्ना का टीना मुनीम के साथ रिश्ते के किस्से सामने आने लगे, जिसके चलते डिंपल कपाड़िया राजेश खन्ना से अलग हो गईं, लेकिन उन्होंने कभी राजेश खन्ना को तलाक नहीं दिया। दरअसल डिंपल चाहती थीं कि उनकी दोनों बेटियों की फाइनेंशियल सिक्योरिटी का ख्याल रखा जाए। लेकिन राजेश खन्ना इसके लिए तैयार नहीं थे। इसी वजह से डिंपल ने तलाक के पेपर पर साइन करने से इनकार कर दिया।
राजेश खन्ना और टीना मुनीम का अफेयर(Rajesh Khanna and Tina Munim’s affair)
साल 1973 में राजेश खन्ना ने खुद से 15 साल छोटी डिम्पल कपाड़िया से शादी कर ली। लेकिन जल्द ही दोनों को इस बात का एहसास होने लगा था कि उन्होंने अपनी लाइफ में एक ‘रॉंग डिसीजन’ लिया है। धीरे धीरे दोनों के बीच दूरियां बढ़ने लगी और वे अलग रहने लगे। इसी बीच राजेश खन्ना की लाइफ में टीना मुनीम की एंट्री हुई।
बचपन से ही मॉडलिंग का शौक रखने वाली टीना मुनीम शुरू से ही खुले मिजाज की लड़की थीं। साल 1975 में, स्पेन में होने वाले ‘इंटरनेशनल टीन प्रिंसेस कॉन्टेस्ट’ में उन्होंने इंडिया को रेप्रजेंट किया था और इस कॉन्टेस्ट में टीना ने ‘मिस फोटोजेनिक’ और ‘मिस बिकिनी’ का अवार्ड भी हासिल किया था। इसके बाद साल 1978 में उन्होंने देव आनंद की फिल्म ‘देस परदेस’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया। फिल्मों में काम करने के सिलसिले में ही उनकी मुलकात राजेश खन्ना से हुई। इसके बाद जल्द ही दोनों के अफेयर के चर्चे सामने आने लगे।
कैसे हुआ राजेश खन्ना और टीना मुनीम की प्रेम कहानी का अंत(How did Rajesh Khanna and Tina Munim’s love story end?)
टीना मुनीम अपने रिलेशन को लेकर काफी सीरियस थी और वह राजेश खन्ना से शादी करना चाहती थीं। इसलिए उन्होंने राजेश खन्ना पर शादी के लिए दबाव बनाना भी शुरू कर दिया था। राजेश खन्ना हमेशा उनसे यही कहते थे कि वह डिंपल से तलाक लेकर उनसे शादी कर लेंगे। लेकिन सच तो ये था कि राजेश खन्ना ने डिंपल से कभी तलाक के बारे में बात ही नहीं की।
समय के साथ टीना मुनीम को भी यह एहसास हो गया था कि राजेश खन्ना, डिंपल को कभी तलाक नहीं देंगे। ऐसे में उन्हें अपने रिलेशन का कोई फ्यूचर नहीं दिख रहा था। आख़िरकार टीना ने परेशान होकर राजेश खन्ना से ब्रेकअप कर लिया। कहा जाता है कि टीना जब उन्हें छोड़कर दूर जा रही थी तो राजेश खन्ना का रो रोकर बुरा हाल था। वह आखिरी वक्त तक टीना को मानाने की कोशिश करते रहे और वह टीना से बार बार यही कह रहे थे कि ‘मुझे छोड़कर मत जाओ’।
टीना ने जाते जाते राजेश खन्ना को एक खूबसूरत सा गिफ्ट दिया था। उन्होंने राजेश खन्ना के टॉप 20 फिल्मों की कॉपी बनाकर उन्हें वेलवेट से कवर किया था। कहा जाता है कि इसके कवर पर फिल्मों के नाम भी सोने के धागे से लिखे गए थे।
राजेश खन्ना की कुछ उल्लेखनीय फिल्मों की सूची(List of some notable Rajesh Khanna movies)
- Aakhri Khat (1966)
- Raaz (1967)
- Baharon Ke Sapne (1967)
- Aurat (1967)
- Aradhana (1969)
- Ittefaq (1969)
- Do Raaste (1969)
- Bandhan (1969)
- Doli (1969)
- Safar (1970)
- Kati Patang (1971)
- Haathi Mere Saathi (1971)
- Anand (1971)
- Bawarchi (1972)
- Amar Prem (1972)
- Choti Bahu (1971)
- Namak Haraam (1973)
- Avishkaar (1973)
- Daag: A Poem of Love (1973)
- Aap Ki Kasam (1974)
- Choti Bahu (1971)
- Prem Nagar (1974)
- Ajnabee (1974)
- Mere Jeevan Saathi (1972)
- Namak Haraam (1973)
- Aap Ki Kasam (1974)
- Safar (1970)
- Roti (1974)
- Bidaai (1974)
- Mehboob Ki Mehndi (1971)
FAQ
Q1 राजेश खन्ना की कितनी पत्नियां थी?
राजेश खन्ना की शादी डिंपल कपाड़िया से हुई थी लेकिन उनका पहला प्यार अंजू महेंद्रू थीं, जबकि अनीता आडवाणी के साथ उनके लिव-इन रिलेशनशिप का भी खुलासा हुआ था।
Q2 राजेश खन्ना के कितने बच्चे हैं?
राजेश खन्ना की दो बेटियां हैं जिनका नाम ट्विंकल और रिंकी खन्ना है।
Q3 बॉलीवुड का पहला सुपरस्टार किसे माना जाता है ?
राजेश खन्ना को
Q4 राजेश खन्ना के बंगले का नाम क्या है?
राजेश खन्ना के बंगले का नाम आशीर्वाद है
Q5 राजेश खन्ना कौन सी कास्ट है?
राजेश खन्ना पंजाबी हिंदू खत्री है
Q6 राजेश खन्ना के दामाद का नाम क्या है?
अक्षय कुमार
Q7 राजेश खन्ना का बंगला किसने खरीदा?
राजेश खन्ना का बंगला उद्योगपति शशि किरण शेट्टी ने ख़रीदा
Q8 राजेश खन्ना ने अंजू से शादी क्यों नहीं की?
क्योंकि राजेश खन्ना चाहते थे कि अंजू शादी के बाद फिल्मों में काम न करें, जो अंजू को मंजूर नहीं था।
Q9 राजेश खन्ना की मौत का कारण क्या था ?
राजेश खन्ना की मृत्यु कैंसर की वजह से हुयी थी
Q10 राजेश खन्ना की मृत्यु के समय उनके साथ कौन था?
अंजू महेंद्रू
निष्कर्ष(conclusion)
भले ही आज राजेश खन्ना हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन लोग आज भी उनकी एक्टिंग और उनकी डायलॉग डिलीवरी के दीवाने हैं। अगर आपको सुपरस्टार राजेश खन्ना पर लिखा यह ब्लॉग पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के बीच शेयर करें। साथ ही अगर आपके पास ब्लॉग से संबंधित कोई सुझाव है तो कमेंट सेक्शन में लिखकर हमें जरूर बताएं।