Jeetendra Biography in Hindi

Table of Contents

अपने जमाने के मशहूर अभिनेता जो अपने डांस के साथ साथ अपने अलग स्टाइल के लिए भी जाने जाते है। जिन्हें स्क्रीन पर देखकर हसीनाओं का दिल भी जोर जोर से धड़कने लगता था। अपने डांस, स्टाइल और एक्टिंग से लाखों दिलो पर राज करने वाले इस अभिनेता को ‘जंपिंग जैक’ के नाम से भी जाना जाता है।

आज के इस ब्लॉग में हम जानेंगे बॉलीवुड के लीजेंडरी एक्टर ‘जितेंद्र'(Jeetendra Biography in Hindi) के बारे में ।

बॉलीवुड एक्टर जितेंद्र की पारिवारिक पृष्ठभूमि(Family background of Bollywood actor Jeetendra)

जितेन्द्र का जन्म 7 अप्रैल 1942 को अमृतसर, पंजाब में हुआ था। उनके बचपन का नाम ‘रवि कपूर’ था, लेकिन फिल्मों में आने से पहले उन्होंने अपना नाम बदलकर ‘जितेंद्र’ रख लिया था। जितेन्द्र का बचपन मुंबई में बीता था  और वे करीब 20 सालों तक मुंबई के गोरेगांव की एक चॉल में रहे थे।

जितेन्द्र के पिता का नाम ‘अमरनाथ कपूर’ है, जो आर्टिफीसियल ज्वेलरी का बिजनेस करते थे, जबकि उनकी माँ का नाम ‘कृष्णा कपूर’ है, जो एक गृहणी थी। जितेन्द्र की पत्नी का नाम शोभा कपूर है, जो एक फिल्म प्रोड्यूसर है। जितेन्द्र के बेटे का नाम तुषार कपूर है, जिनकी गिनती बॉलीवुड के पॉपुलर एक्टर में की जाती है। टीवी क्वीन के नाम से फेमस टीवी सीरियल प्रोड्यूसर एकता कपूर’ जितेन्द्र की बेटी है।

बॉलीवुड एक्टर जितेन्द्र ने अपनी स्कूली शिक्षा मुंबई के ‘सेंट सेबस्टियन गोयन हाई स्कूल’ से पूरी की थी, जहां बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना भी उनके साथ पढ़ा करते थे और स्कूल के दिनों में दोनों बहुत अच्छे दोस्त भी थे। उसके बाद जितेन्द्र ने आगे की पढ़ाई सिद्धार्थ कॉलेज, मुम्बई और  के.सी. कॉलेज, मुम्बई से पूरी की।

Jeetendra Biography in Hindi

जितेंद्र को फिल्म में काम करने का मौका कैसे मिला? (How did Jeetendra get a chance to act in the film?)

जितेन्द्र के पिता और चाचा फिल्मों में नकली जवेलरी की सप्लाई करने का काम करते थे। इस वजह से जितेन्द्र का अपने पिता के साथ फिल्मों के सेट पर आना जाना लगा रहता था। एक दिन अचानक उनके पिता की मौत हो गई और परिवार की सारी जिम्मेदारियां उनके ऊपर आ गई। जितेन्द्र की फिल्मों में काफी दिलचस्पी थी और वे हमेशा एक्टर बनने का ही सपना देखा करते थे। एक दिन उन्होंने अपने चाचा से कहा कि वे उन्हें डायरेक्टर ‘वी. शांताराम’ से मिलवा दें। वी. शांताराम उस दौर के बहुत बड़े डायरेक्टर हुआ करते थे। किसी तरह उनकी ‘वी. शांताराम’ से मुलाकात हुई, लेकिन उन्होंने जितेन्द्र को रिजेक्ट कर दिया। लेकिन  जितेन्द्र ने हार नहीं मानी और वे फिल्म के सेट पर ही काम करने लगे, जिसके लिए उन्हें महीने के 100 रूपये मिलते थे।

जितेंद्र ने आग में कूद कर बचाई थी एक्ट्रेस की जान(Jeetendra saved the life of the actress by jumping into the fire)

एक दिन फिल्म ‘नवरंग’ का एक सीन शूट किया जाना था, जिसमें एक्ट्रेस को आग से होकर निकलना था। वो एक्ट्रेस कोई और नहीं बल्कि डायरेक्टर वी. शांताराम की बेटी ‘संध्या’ थीं, जो एक अच्छी डांसर भी थी।

वी. शांताराम नहीं चाहते थे कि यह काम उनकी बेटी संध्या करें। क्योंकि आग से होकर निकलने में जलने का भी रिस्क होता है। इसलिए वे चाहते थे कि यह काम कोई बॉडी डबल कर दे। हालांकि इस काम के लिए कोई लड़की तैयार नहीं हुईं। तब जितेन्द्र ने इसे अपने लिए एक मौका समझा और वह इस काम को करने  के लिए तैयार हो गया। जितेन्द्र को लड़की के कपड़े पहनाए गए, और लड़कियों की तरह उनका मेकअप भी किया गया और फाइनली उन्होंने आग से निकलने वाला इस सीन को शूट किया। इस बात से वी. शांताराम बहुत खुश हुए और उन्होंने जितेन्द्र से वादा किया की मैं तुम्हें अपनी अगली फिल्म में बतौर हीरो कास्ट करूँगा।

वी. शांताराम  ने अपना यह वादा पूरा किया। इस तरह जितेन्द्र के फिल्मी करियर की शुरुआत हुई और उन्होंने साल 1964  में फिल्म ‘गीत गाया पत्थरों ने’  से बॉलीवुड में डेब्यू किया।

जीतेन्द्र का जीवन परिचय(Jeetendra Biography in Hindi)

वास्तविक नाम(Freal name)रवि कपूर(Ravi Kapoor)
बॉलीवुड का नाम(bollywood name)जितेन्द्र(Jeetendra)
उपनाम(Nickname)जम्पिंग जैक और जीतू (Jumping Jack and Jeetu)
गृहनगर(hometown)अमृतसर, पंजाब, भारत(Amritsar, Punjab, India)
जन्म की तारीख(Date of Birth)7 अप्रैल 1942(7th April 1942)
जन्म स्थान(Place of Birth)अमृतसर, पंजाब, भारत(Amritsar, Punjab, India)
व्यवसाय(Occupation)अभिनेता, फ़िल्म निर्माता(Actor, Film Producer)
डेब्यू फिल्म(Debut Film)गीत गाया पत्थरों ने (1964)(Geet Gaya Patharon Ne (1964))
जीवनसाथी(Spouse)शोभा कपूर(Shobha Kapoor)
बच्चे(Children)एकता कपूर (बेटी), तुषार कपूर (बेटा)(Ekta Kapoor (daughter), Tusshar Kapoor (son))
लोकप्रिय फ़िल्में(Popular Films)हिम्मतवाला, तोहफा, मवाली, खिलाड़ियों का खिलाड़ी(Himmatwala, Tohfa, Mawaali, Khiladiyon Ka Khiladi)
पुरस्कार(Awards)फ़िल्मफ़ेयर लाइफ़टाइम अचीवमेंट पुरस्कार (2003)(Filmfare Lifetime Achievement Award (2003))
फ़िल्म निर्माण कंपनी(Film Production Company)बालाजी टेलीफिल्म्स (पत्नी शोभा कपूर के साथ सह-संस्थापक)(Balaji Telefilms (co-founded with wife Shobha Kapoor))
उल्लेखनीय योगदान(Notable Contribution)1980 के दशक के सबसे सफल अभिनेताओं में से एक, जो अपनी नृत्य शैली और पारिवारिक नाटकों के लिए जाने जाते हैं।(One of the most successful actors in the 1980s, known for his dance style and family dramas.)
Jeetendra Biography in Hindi

कैसे की जितेंद्र ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत (How did Jeetendra start his film career?)

जितेन्द्र ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत साल 1964 में फिल्म ‘गीत गाया पत्थरों ने’ से की। वी शांताराम के निर्देशन में बनी इस फिल्म में जितेन्द्र  के साथ राजश्री शांताराम मुख्य किरदार में नजर आई थी। लेकिन यह फिल्म बॉक्स ऑफिस कुछ खास कमाल नहीं कर पाई। इसके बाद जितेन्द्र फिल्म ‘गुनाहों के देवता’ और ‘बूंद जो बन गई मोती’ में काम किया, लेकिन बॉलीवुड में उन्हें असली पहचान साल 1967 में स्पाई थ्रिलर फिल्म ‘फर्ज’ से मिली, जिसमें बॉलीवुड की पॉपुलर एक्ट्रेसेस ‘करिश्मा कपूर’ और ‘करीना कपूर’ की माँ बबिता कपूर लीड एक्ट्रेस के तौर पर नजर आई थी। इस फिल्म में जितेन्द्र पर फिल्माया गया गाना “मस्त बहारों का मैं आशिक” काफी पॉपुलर हुआ था और  इस गाने में जितेन्द्र के एनर्जेटिक डांस की वजह से ही उन्हें “जंपिंग जैक” के नाम से भी जाना जाता है।

हेमा मालिनी और जीतेन्द्र की हिट फिल्मों की सूची(List of hit films of Hema Malini and Jitendra)

  • दुल्हन (1975)
  • खुशबू (1975)
  • धर्मात्मा (1975)
  • माँ (1976)
  • छोटी सी बात (1976)
  • किनारा (1977)
  • ड्रीम गर्ल (1977)
  • आज़ाद (1978)
  • प्रियतमा (1977)
  • नया दौर (1978)
  • शालीमार (1978)
  • जुदाई (1980)
  • द बर्निंग ट्रेन (1980)
  • मांग भरो सजना (1980)
  • नसीब (1981)
  • क्रांति (1981)
  • देश प्रेमी (1982)
  • रजिया सुल्तान (1983)
  • पापी पेट का सवाल है (1984)
  • दिल का हीरा (1979)

रेखा और जीतेन्द्र की हिट फिल्मों की सूची(heat movies list of rekha and Jeetendra)

  • डाकू और जवान (1978)
  • दिलदार (1977)
  • हवस (1974)
  • कसमे वादे (1978)
  • दो अंजाने (1976)
  • प्यार की जीत (1987)
  • घर एक मंदिर (1984)
  • जुदाई (1980)
  • नया कदम (1984)
  • प्रेम तपस्या (1983)
  • झूठा कहीं का (1979)
  • अपनापन (1977)
  • दिल और दीवार (1978)
  • आशा (1980)
  • रास्ते प्यार के (1982)

जीतेंद्र और श्रीदेवी की कुछ हिट फिल्मों की सूची(some heat movie list of Jeetendra and Sridevi)

  • हिम्मतवाला (1983)
  • मवाली (1983)
  • तोहफा (1984)
  • जानी दोस्त (1983)
  • जस्टिस चौधरी (1983)
  • आग और शोला (1986)
  • धरती कहे पुकार के (1987)
  • घर संसार (1986)
  • परख (1987)
  • सुहागन (1986)
  • फरिश्ता (1984)
  • सोने पे सुहागा (1988)
  • औलाद (1987)
  • सोने का दिल लोहे के हाथ (1978)
  • मजबूर (1989)

जीतेन्द्र की जोड़ी अभिनेत्री श्रीदेवी और जया प्रदा के साथ काफी लोकप्रिय हुई (Jeetendra’s pairing with actresses Sridevi and Jaya Prada became very popular)

जितेन्द्र की ऑनस्क्रीन जोड़ी दिग्गज अभिनेत्री श्रीदेवी और जया प्रदा के साथ खूब पॉपुलर हुई थी। इतना  ही नहीं करीब 8 फिल्मों में जितेंद, श्रीदेवी और जयाप्रदा तीनों साथ नजर आए थे। जितेंद ने श्रीदेवी के साथ 16 फिल्में में काम किया था, जिसमें 13 फिल्में हिट रही थी। साल 1983 में रिलीज हुई फिल्म ‘हिम्मतवाला’ उनकी सबसे सफल फिल्म थी। इसके बाद दोनों ने कई हिट फिल्मों में काम किया जैसे –  ‘सुहागन’, ‘तोहफा’, ‘सोने पर सुहागा’, ‘औलाद’, ‘घर संसार’, ‘मवाली’, ‘बलिदान’, ‘जस्टिस चौधरी’, ‘आग और गोला’, मकसद, ‘जानी दोस्त’, ‘मजाल’, ‘धर्म अधिकारी’, ‘अक्लमंद’, ‘हिम्मत और मेहनत’, ‘सरफरोश’ और ‘महागुरु’।

एक समय जितेन्द्र और जयाप्रदा की जोड़ी भी बॉलीवुड की पॉपुलर जोड़ियों में से एक थी। जितेन्द्र और जयाप्रदा ने  24 फिल्मों में साथ काम किया था, जिसमें 15 फिल्में हिट रही थी। दोनों की कुछ पॉपुलर फिल्में है – स्वर्ग से सुन्दर, तोहफा, औलाद, सौतन की बेटी, थानेदार, पाताल भैरवी, लोक परलोक, मवाली, ऐसा प्यार कहां, सिंहासन, चौराहा, मकसद, होशियार, माँ, संजोग, खल-नायिका, मजबूर, मजाल, हैसियत, सपनो का मंदिर, मेरा साथी, पापी देवता, लव कुश, सिन्दूर, न्याय अन्याय, हकीकत, तकरार और सोने की लंका।

जितेंद्र की कितनी फिल्में ब्लॉकबस्टर रही हैं ( How many movies of Jeetendra have been blockbusters?)

जितेन्द्र ने अपने फिल्मी करियर के दौरान करीब 200 फिल्मों में काम किया, जिसमें से उनकी 100 से ज्यादा फिल्में हिट रही थी। इस दौरान श्रीदेवी, जया प्रदा, हेमा मालिनी, रेखा, रीना रॉय, नीतू सिंह, मौसमी चटर्जी जैसी हर बड़ी एक्ट्रेस के साथ उनकी जोड़ी की खूब सराहना हुई थी। वह इंडियन फिल्म इंडस्ट्री के एकलौते ऐसे एक्टर है, जिन्होंने 80 से ज्यादा रीमेक फिल्मों में काम किया है और वे उस समय इस तरह की फिल्मों में काम किया जब दर्शकों में रीमेक का कोई क्रेज ही नहीं होता था।

जितेन्द्र को मिले पुरस्कार (Jeetendra received awards)

अपने फिल्मी करियर के दौरान जितेन्द्र ने हर तरह के किरदार को बहुत ही संजीदगी के साथ निभाया। लेकिन शायद ही आप इस बात पर यकीन करेंगे कि कई हिट फिल्में देने के बाद भी जितेंद्र को कभी उनकी एक्टिंग के लिए कोई अवॉर्ड नहीं मिला। इस बात पर यकीन करना बहुत मुश्किल है कि जिस अभिनेता ने अपने करियर में कई लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड्स जीते, उन्हें कभी उनकी एक्टिंग के लिए कोई अवॉर्ड नहीं मिला।

हालांकि साल 2000 के बाद उन्हें एक के बाद एक 7 लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। साल 2000 में उन्हें पहली बार ‘लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड इन फिल्म पर्सनालिटी’ से नवाज़ा गया। इसके बाद साल 2002 में ‘बॉलीवुड मूवी अवॉर्ड – लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड’, साल 2003 में ‘फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड’, साल 2003 में ‘आईटीए स्क्रॉल ऑफ ऑनर एंटरटेनमेंट अवॉर्ड’, साल 2012 में ज़ी सिने अवॉर्ड फॉर लाइफटाइम अचीवमेंट’, साल 2015 में ‘स्टारडस्ट अवॉर्ड फॉर लाइफटाइम अचीवमेंट’ और साल 2016 में ‘गिल्ड अवॉर्ड फॉर लाइफटाइम अचीवमेंट’ से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा जितेन्द्र को साल 2014 में प्रेस्टीजियस ‘दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड’ से भी सम्मानित किया गया था।

चचेरी बहन ने ही लगाया था जितेंद्र पर यौन शोषण का आरोप (It was the cousin sister who had accused Jitendra of sexual exploitation)

75 साल की उम्र में जितेन्द्र पर एक ऐसा आरोप लगा था, जिसके बारे में सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे। दरअसल उन पर यौन शोषण का आरोप लगा था और उन पर यह आरोप लगाने वाला कोई और नहीं बल्कि उनकी चचेरी बहन थी। जितेंद्र की चचेरी बहन ने ये आरोप उन पर ‘मी टू कैंपेन’ के तहत लगाया था और उन्होंने जितेंद्र की गिरफ्तारी की मांग भी की थी।

जितेंद्र की चचेरी बहन का कहना था कि यह मामला उस समय का है जब वह सिर्फ 18 साल की थीं और जितेंद्र 28 साल के थे। जितेंद्र ने उन्हें खुद टिकट बुक कर शूटिंग देखने के लिए शिमला बुलाया था और शराब के नशे में उनका यौन शोषण किया। हालांकि इस मामले में जितेंद्र के वकील ने कहा था कि यह केवल अभिनेता की छवि खराब करने के लिए रची गई साजिश है। कोर्ट ने इस मामले में जितेंद्र के फेवर में फैसला सुनाया था।

जितेन्द्र और शोभा कपूर की लव स्टोरी (Jeetendra and Shobha Kapoor’s love story)

एक समय जितेन्द्र का नाम हेमा मालिनी, श्रीदेवी, जया प्रदा जैसी अभिनेत्रियों के साथ खूब जुड़ा, लेकिन जितेन्द्र ने शादी अपनी बचपन की दोस्त ‘शोभा कपूर’ के साथ की। 31 अक्तूबर 1974 को जितेन्द्र और शोभा कपूर एक दूसरे के साथ शादी के बंधन में बंध गए। तो चलिए जानते है उनकी लव स्टोरी के बारे में –

जितेन्द्र और शोभा कपूर बचपन से ही एक-दूसरे को जानते थे और 14 साल की उम्र में ही शोभा कपूर को जितेंद्र से प्यार हो गया था। 16 साल की उम्र में दोनों एक-दूसरे के साथ काफी समय बिताने लगे थे। जितेंद्र जब स्ट्रगल कर रहे थे तो शोभा एयर होस्टेज के तौर पर काम कर रही थीं। जॉब की वजह से शोभा को अक्सर विदेश में रहना पड़ता था और वो चाह कर भी जितेंद्र से मिल नहीं पा रही थीं।

एक वक्त ऐसा आया जब जितेंद्र एक्ट्रेस हेमा मालिनी को दिल दे बैठे थे। यहां तक कि दोनों शादी भी करने वाले थे। कहा तो यह भी जाता है कि इस वजह से शोभा कपूर और जितेंद्र के रिश्ते में भी दरार आ गई थी। जितेंद्र और हेमा मालिनी दोनों  शादी करने वाले थे, लेकिन इस बीच शोभा कपूर को लेकर धर्मेंद्र वहां पहुंच गए और काफी हंगामे के बाद हेमा मालिनी से जितेंद्र की शादी टूट गई। 31 अक्तूबर 1974 को जितेंद्र और शोभा कपूर ने चोरी-चुपके शादी कर ली। जितेंद्र से शादी करने के लिए शोभा कपूर ने अपनी जॉब तक छोड़ दी थी। इस कारण उन्हें कई मुसीबतों का भी सामना करना पड़ा था।

बॉलीवुड एक्टर जीतेंद्र की कुछ उल्लेखनीय फिल्में(Some notable films of Bollywood actor Jeetendra)

  • कारवां (Caravan) (1971)
  • परिचय (Parichay) (1972)
  • खिलौना (Khilona) (1970)
  • मेरे हुज़ूर (Mere Huzoor) (1968)
  • धरम वीर (Dharam Veer) (1977)
  • चुप (Chupp) (1977)
  • किनारा (Kinara) (1977)
  • हवस (Hawas) (1974)
  • जुदाई (Judaai) (1980)
  • अपनापन (Apnapan) (1977)
  • महा चोर (Maha Chor)(1976)
  • हिम्मतवाला (Himmatwala) (1983)
  • तोहफा (Tohfa) (1984)
  • स्वर्ग नरक (Swarg Narak) (1978)
  • संतान (Suntan) (1976)
  • नागिन (Nagin) (1976)
  • मांग भरो सजना (Maang Bharo Sajana) (1980)
  • फ़र्ज़ (Farz) (1967)
  • जिगरी दोस्त (Jigri Dost) (1969)
  • बिदाई (Bidaai)(1974)

जितेंद्र और श्रीदेवी की लव स्टोरी (Jeetendra and Sridevi’s love story)

जितेन्द्र और श्रीदेवी की पहली मुलाकात साल 1983 में फिल्म ‘हिम्मतवाला’ के दौरान हुई थी। कहा जाता है कि इस फिल्म के दौरान जितेन्द्र को श्रीदेवी की परफॉर्मेंस इतनी पसंद आई कि उन्होंने निदेशक ‘के. राघवेंद्र राव’ से कहा था कि वे अपनी सभी फिल्मों में उन्हें और श्रीदेवी को ही कास्ट करें। शायद यही वजह रही  कि फिल्म ‘हिम्मतवाला’ के बाद श्रीदेवी और जितेंद्र को ‘जानी दोस्त’, ‘जस्टिस चौधरी’, ‘तोहफा’, ‘सुहागन’ और ‘धर्म अधिकारी’ जैसी कई फिल्मों में कास्ट किया गया।

कहा जाता है कि जब श्रीदेवी को जितेंद्र के साथ ‘हिम्मतवाला’ के लिए साइन किया गया तो वह इस बात से बेहद खुश हुईं थी क्योंकि बॉलीवुड में आने से पहले से ही श्रीदेवी, जितेंद्र की बहुत बड़ी फैन थीं। ‘हिम्मतवाला’ जबरदस्त हिट रही और ये जोड़ी बॉलीवुड की पॉपुलर जोड़ी में शुमार हो गयी। जल्द ही दोनों के अफेयर की खबर भी सामने आने लगी। जितेंद्र को लेकर श्रीदेवी ने अपनी चाहत का इजहार किया तो यह बात जितेंद्र की पत्नी शोभा कपूर तक पहुंच गई। शोभा को इस बात की भी खबर थी कि जितेन्द्र के कहने पर ही श्रीदेवी को उनके साथ कास्ट किया जाता है।

इसके बाद शोभा का धैर्य जबाव दे गया और दोनों के बीच काफी तनाव बढ़ गया। इस तनाव को दूर करने के लिए जितेंद्र ने श्रीदेवी को अपने घर बुलाकर अपनी पत्नी शोभा कपूर से मिलवाया था। जितेन्द्र की पत्नी शोभा कपूर और बेटी एकता कपूर ने श्रीदेवी की ऐसी खातिरदारी की जिसे श्रीदेवी सालों बाद भी नहीं भुला पाई और यही मुलाकात जितेन्द्र और श्रीदेवी के रिश्ते में खटास की वजह बन गई। इसके बाद दोनों के रास्ते अलग हो गए।

श्रीदेवी की वजह से जितेंद्र का घर टूटने वाला था(Jeetendra’s house was about to be demolished because of Sridevi)

हालांकि श्रीदेवी ने जितेन्द्र के साथ अपने अफेयर के बारे में बात करते हुए कहा था कि “हमारे और जितेंद्र के बीच ऐसा कुछ नहीं है, पता नहीं लोगों को ऐसी खबरें कहां मिलती है। मैं भले ही एक सीधी-साधी लड़की हूं, लेकिन मैं बेवकूफ नहीं हूं। मैं काफी सोच समझकर फैसला करती हूं। मैं उन लड़कियों में से बिल्कुल नहीं हूं जो किसी का बसा बसाया घर तोड़कर अपना घर बसाने की सोच रखें।”

निष्कर्ष(conclusion)

बॉलीवुड एक्टर जीतेंद्र ने अपने फिल्मी करियर में कई तरह के किरदार निभाए हैं। 60 से 90 के दशक तक हिंदी सिनेमा में अपनी पहचान बनाने वाले जितेंद्र अपने अनोखे पहनावे के लिए हमेशा चर्चा में रहते थे। वह हिंदी सिनेमा के एकमात्र अभिनेता हैं जिन्होंने अपने पूरे करियर में 80 रीमेक फिल्मों में काम किया है। लोग आज भी उनकी एक्टिंग और पर्सनैलिटी के दीवाने हैं। अगर आप भी इस मशहूर अभिनेता के बारे में अपने विचार साझा करना चाहते हैं तो कमेंट सेक्शन में लिखकर हमें जरूर बताएं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *