Vinod Khanna and Amitabh Bachchan Movies

हेलो दोस्तों, आज हम बात करने वाले है बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन और दिवगंत अभिनेता विनोद खन्ना के जीवन से जुडी एक ऐसी घटना के बारे में, जिसे याद कर अमिताभ बच्चन आज भी कहते है कि मुझसे गलती हो गई थी और उस बात के लिए आज भी वह विनोद खन्ना से माफी मांगते नजर आते है। चलिए जानते है कि आखिर वह कौन सी घटना थी, जिसके लिए अमिताभ बच्चन आज भी अपने आप को दोषी मानते है।

जब “कौन बनेगा करोड़पति” के सीजन 14 में एक contested द्वारा विनोद खन्ना से हुए विवाद के बारे में पूछा गया तो अमिताभ बच्चन ने तुरंत माफी मांग ली। विनोद खन्ना और अमिताभ बच्चन के बीच यह विवाद आज से 45 साल पहले की है। दोनों के बीच मनमुटाव की यही वजह रही और इसी घटना के बाद विनोद खन्ना ने अमिताभ के साथ काम करना बंद कर दिया।

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अमिताभ बच्चन ने विनोद खन्ना से क्यों मांगी थी माफी(Why did Amitabh Bachchan apologize to Vinod Khanna)

भारत में सबसे लोकप्रिय शो में से एक, “कौन बनेगा करोड़पति” अमिताभ बच्चन द्वारा होस्ट किया जाता है। यह शो अक्सर सुर्खियों में रहता है। बिग बी हॉट सीट पर बैठे कंटेस्टेंट्स से न सिर्फ सवाल पूछते हैं, बल्कि ढेर सारी बातें भी करते हैं। इस शो के सीजन 14 में जब हॉट सीट पर बैठे सूरज दास ने अमिताभ बच्चन से कहा कि उन्होंने कहीं पढ़ा है कि फिल्म “मुकद्दर का सिकंदर” की शूटिंग के दौरान उन्होंने विनोद खन्ना पर एक काँच का ग्लास फेंका था, जो जाकर उनकी ठुड्डी पर लगा था और इस वजह से उन्हें 16 टांके लगाने पड़े थे।

क्या यह सच है? इस पर अमिताभ बच्चन ने कहा, ‘सर आपने बिल्कुल सही सुना है। हमसे गलती हो गई थी, उसके लिए हम माफी मांगते है। इसके बाद अमिताभ बच्चन कहते हैं, ‘भाईसाहब, जब इतना सब कुछ जानते है आप, तो काहे टोक रहे हैं हमको।’ बिग बी का ये अंदाज दर्शकों को खूब पसंद आया।

अमिताभ बच्चन ने विनोद खन्ना पर क्यों फेंका था ग्लास (Why did Amitabh Bachchan throw glass at Vinod Khanna)

बात साल 1978 की है, जब अमिताभ बच्चन और विनोद खन्ना फिल्म “मुकद्दर का सिकंदर” में साथ काम कर रहे थे। इस फिल्म के एक सीन में अमिताभ बच्चन ने विनोद खन्ना पर ग्लास फेंका था, जो उनकी ठुड्डी पर लग गया था  और इसके लिए उन्हें 16 टांके लगाने पड़े थे।

 फिल्म ‘मुकद्दर का सिकंदर’ का निर्देशन प्रकाश मेहरा ने किया था। प्रकाश मेहरा के साथ अमिताभ बच्चन की यह पांचवीं फिल्म थी। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन और विनोद खन्ना के साथ राखी, रेखा और अमजद खान मुख्य भूमिका में नजर आये थे, जबकि निरूपा रॉय और कादर खान स्पेशल अपीयरेंस में नजर आए थे। यह फिल्म साल 1978 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म थी।

दरअसल, फिल्म ‘मुकद्दर का सिकंदर’ की शूटिंग के दौरान अमिताभ बच्चन को विनोद खन्ना की तरफ एक ग्लास फेंकना था और विनोद खन्ना को झुककर बचना था। जैसे ही डायरेक्टर ने एक्शन बोला, अमिताभ बच्चन ने पूरी ताकत से ग्लास विनोद खन्ना की तरफ  फेंक दिया। लेकिन विनोद खन्ना सही समय पर झुक नहीं पाए और वह ग्लास सीधे उनकी ठुड्डी पर जा लगा। विनोद खन्ना को इतनी तेज चोट लगी थी कि उनका चेहरा लहूलुहान हो गया। उन्हें कुल 16 टांके लगे हैं।

क्या विनोद खन्ना ने अमिताभ बच्चन के साथ काम करना बंद कर दिया था(Did Vinod Khanna stop working with Amitabh Bachchan?)

कहा जाता कि इस घटना के बाद अमिताभ काफी घबरा गए थे। उन्होंने फौरन विनोद खन्ना से माफी भी मांगी थी, लेकिन इस घटना के बाद दोनों के बीच दूरियां बढ़ गईं। इस घटना से विनोद खन्ना इतने आहत हुए कि उन्होंने अमिताभ के साथ दोबारा किसी फिल्म में काम नहीं करने का फैसला कर लिया।

इस सीन के बारे में बताते हुए अमिताभ बच्चन कहते हैं कि – इस सीन में हम एक बार में शराब पी रहे थे और मुझे पता चलता है कि मेरी गर्लफ्रेंड किसी और से प्यार करती है, इसलिए मुझे गुस्सा आ जाता है तो गुस्से में मैं ग्लास नीचे फेंक देता हूं। लेकिन वह गिलास उनकी ठुड्डी पर जाकर लग जाता है और वह घायल हो जाते है।

अमिताभ आगे कहते हैं कि ” हम उन्हें तुरंत अस्पताल ले गए और डॉक्टरों ने उन्हें टांके लगाए और फिर मैं उन्हें उनके घर ले गया, और उनकी पत्नी से भी उस  एक्सीडेंट के लिए माफी मांगी।

विनोद खन्ना और अमिताभ बच्चन ने किन फिल्मों में साथ काम किया है(In which films have Vinod Khanna and Amitabh Bachchan worked together)

कहा जाता है कि एक समय में एक ही सुपरस्टार हो सकता है और 80 के दशक में अमिताभ बच्चन बॉलीवुड के सुपरस्टार थे। लेकिन अगर विनोद खन्ना उस दौर में फिल्मों में काम करना बंद नहीं किये होते तो वह 80 के दशक के सुपरस्टार होते। वह उस समय के एकमात्र ऐसे एक्टर थे जो अमिताभ बच्चन से भी ज्यादा पॉपुलर हो गए थे। फिल्मों में एक साथ काम करने के दौरान दोनों एक दूसरे के प्रतिद्वंद्वी होने के साथ-साथ अच्छे दोस्त भी थे। इनकी दोस्ती का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दोनों ने 10 से ज्यादा फिल्मों में साथ काम किया। आइए जानते हैं ऐसी ही कुछ फिल्मों के बारे में जिनमें दोनों ने साथ काम किया है।

रेशमा और शेरा (1971)

गुड्डी (1971)

कुंवारा बाप (1974)

हेरा फेरी (1976)

अमर अकबर एंथोनी (1977)

खून पसीना (1977)

परवरिश (1977)

मुकद्दर का सिकंदर (1978)

70 साल की उम्र में कैंसर के कारण विनोद खन्ना का निधन हो गया। अमिताभ बच्चन द्वारा शेयर किए गए ब्लॉग में अपने दोस्त को खोने का गम साफ नजर आ रहा है। अभिनेता विनोद खन्ना और अमिताभ बच्चन ने अमर अकबर एंथोनी, परवरिश और “मुक्केदार का सिकंदर” जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में एक साथ काम किया है और उनकी जोड़ी को दर्शकों ने भी खूब सराहा।

क्या विनोद खन्ना, अमिताभ बच्चन की सफलता से जलते थे (Was Vinod Khanna jealous of Amitabh Bachchan’s success)

विनोद खन्ना और अमिताभ बच्चन दोनों ने 70 और 80 के दशक में बड़े पर्दे पर खूब राज किया। दोनों ने कई सुपरहिट फिल्मों में साथ काम किया, लेकिन दोनों के बीच प्रतिद्वंदिता साफ नजर आती थी। कहा जाता है कि एक समय ऐसा भी आया जब विनोद खन्ना की बढ़ती लोकप्रियता को देखकर अमिताभ बच्चन भी डर गए थे। आइये जानते है क्या है मामला?  

विनोद खन्ना ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत साल 1969 में फिल्म “मन का मीत” से की, जिसमें उन्होंने एक विलेन  की भूमिका निभाई थी। उस दौर में शायद ही किसी को विलेन के किरदार से इतनी लोकप्रियता मिली हो कि उन्हें फिल्मों में अभिनेता के रोल मिलने लगे हो और वह देखते ही देखते सुपरस्टार भी बन गए हो। फिल्म ‘पूरब पश्चिम’, ‘सच्चा झूठा’ और ‘मेरा गांव मेरा देश’ जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में काम करने के साथ ही वह उस दौर के सबसे लोकप्रिय अभिनेताओं में शामिल हो गए थे। इसी दौर में अमिताभ बच्चन का करियर भी अपने चरम पर था।

अमिताभ बच्चन और विनोद खन्ना ने ‘परवरिश’, ‘खून पसीना’ और ‘अमर अकबर एंथनी’ जैसी कई सफल फिल्मों में साथ काम किया। कहा जाता है कि इनकी दोस्ती को बड़े पर्दे पर खूब देखा गया, लेकिन असल जिंदगी में दोनों कभी दोस्त नहीं बन सकी। दोनों ने कई फिल्मों में साथ काम किया और दर्शकों ने भी इनकी जोड़ी को खूब पसंद किया, लेकिन अंदर ही अंदर दोनों के बीच कुछ ऐसा चल रहा था, जिससे लोग अंजान थे।

क्या विनोद खन्ना अमिताभ बच्चन से बड़ा सुपरस्टार थे(Was Vinod Khanna a bigger superstar than Amitabh Bachchan?)

अमिताभ बच्चन का विनोद खन्ना से जलने की सबसे बड़ी वजह यह थी कि उस समय विनोद खन्ना कई निर्देशकों की पहली पसंद बन गए थे। कई बार ऐसा भी हुआ कि जिन फिल्मों में दोनों ने साथ काम किया, उन फिल्मों में विनोद खन्ना को ज्यादा दमदार किरदार मिल गया। यही वजह रही जिसके कारण अमिताभ बच्चन ने कई फिल्मों में विनोद खन्ना का रोल कम करवा दिया। हालांकि दोनों ने कभी इस बारे में खुलकर बात नहीं की।

जब विनोद खन्ना से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने हंसते हुए जवाब दिया कि हम फिल्मों में एक ही दौर में काम कर रहे थे और हर कोई अपने फील्ड में आगे बढ़ना चाहता है। ऐसे में हमारे बीच कंपीटिशन की भावना जरूर थी, लेकिन इसे राइवल कहना सही नहीं होगा। हमारे बीच दुश्मनी की भावना कभी नहीं रही। एक ओर जहां अमिताभ ने फिल्मों में काम करके खूब नाम कमाया और वहीं दूसरी ओर मैंने फिल्मों से दूरी बनाकर राजनीति और अध्यात्म की ओर रुख कर लिया था।

अमिताभ बच्चन ने भी इस बारे में बात करते हुए कहा कि मेरे समकालीन बॉलीवुड अभिनेताओं में विनोद खन्ना और शत्रुघ्न सिन्हा मेरे सबसे अच्छे दोस्त थे। लेकिन दोनों ने पॉलिटिक्स ज्वाइन कर लिया और मुझे बॉलीवुड में अकेला छोड़ दिया।

विनोद खन्ना ने बॉलीवुड को क्यों कहा अलविदा(Why did Vinod Khanna say goodbye to Bollywood)?

विनोद खन्ना बॉलीवुड के सफल अभिनेता थे, उनकी सभी फिल्में सुपर हॉट होती थीं। फिर अचानक ऐसा क्या हुआ कि विनोद खन्ना ने बॉलीवुड को अलविदा कह दिया। विनोद खन्ना ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने 1978 में बॉलीवुड से संन्यास की घोषणा कर दी थी. उनके इस फैसले ने उनके प्रशंसकों को चौंका दिया था. विनोद खन्ना ने बताया कि उन्होंने 1978 के बाद कोई भी फिल्म साइन नहीं की. 1978 से पहले उन्होंने जीतनी फिल्म साइन की थी, जिसे पूरा करने के बाद उन्होंने बॉलीवुड को अलविदा कह दिया. दरअसल, वे उस समय के आध्यात्मिक गुरु ओशो रजनीश से काफी प्रभावित थे।

वह अक्सर पुणे में अपने आश्रम जाते थे। उन्होंने आश्रम में माली के रूप में भी काम किया। वहां उसे काफी शांति मिलती थी . कुछ समय बाद वह ओशो रजनीश के साथ अमेरिका के ओरेगॉन में एक नये आश्रम में रहने लगे। ओशो से दीक्षा लेने के बाद उन्होंने अपना नाम भी बदल लिया। उन्होंने अपना नाम बदलकर स्वामी विनोद भारती रख लिया। 1986 के आसपास ओशो आश्रम और अमेरिकी सरकार के बीच अनबन हो गई. जिसके कारण अमेरिका में ओशो का आश्रम बंद हो गया।

निष्कर्ष(Conclusion)

इस तरह हम कह सकते हैं कि एक ही समय में काम करने वाले दो अभिनेताओं के बीच प्रतिस्पर्धा की भावना होना लाजमी है। कभी-कभी साथ काम करने वाले दो अभिनेताओं के बीच हल्की नोकझोंक भी हो जाती है। यह कोई नई बात नहीं है। लेकिन विनोद खन्ना और अमिताभ बच्चन के बीच कभी भी दुश्मनी की भावना नहीं रही। दोनों बहुत अच्छे दोस्त रहे हैं और कई फिल्मों में दोनों साथ में काम भी किया है।

अगर आपको विनोद खन्ना और अमिताभ बच्चन से जुड़ी यह जानकारी पसंद आई हो तो ब्लॉग को शेयर जरूर करें। अगर आप इस अभिनेता के बारे में कोई राय देना चाहते हैं तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में लिखें।

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