नमस्कार दोस्तों, Nayisochonline में आपका स्वागत है। इस ब्लॉग में हम एक ऐसे अभिनेता के बारे में बात करेंगे जिसके स्वभाव में एक अजीब सी मिठास है और वह अपनी सादगी से किसी का भी दिल जीत लेते है।
इस ब्लॉग में हम बात करेंगे बॉलीवुड के बेहतरीन कॉमिक एक्टर संजय मिश्रा के बारे में जो किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। लोग उनके डायलॉग्स और एक्टिंग के दीवाने हैं।
क्या आप जानते हैं? कि संजय मिश्रा ने एक समय पर एक्टिंग को अलविदा कह दिया था? उनके साथ ऐसी घटना घटी कि एक ही पल में उन्होंने सब कुछ त्याग दिया था।
अगर आप संजय मिश्रा के जीवन के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं तो ब्लॉग को अंत तक पढ़ें। इस ब्लॉग में मिश्रा जी के पारिवारिक इतिहास, शिक्षा, प्रेम जीवन और बॉलीवुड करियर के बारे में पूरी जानकारी दी गई है।
अभिनेता संजय मिश्रा का शुरुआती जीवन(Early Life of Actor Sanjay Mishra)
यह कहानी है एक अनोखे कलाकार संजय मिश्रा की, जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक छोटे से रोल से की थी लेकिन आज वह भारतीय सिनेमा के सबसे मशहूर सितारे बन गए हैं। मिश्रा जी का जन्म 6 अक्टूबर 1963 को बिहार के दरभंगा स्थित एक छोटे से गाँव सकरी में एक हिंदू परिवार में हुआ था।
संजय का जन्म ऐसे परिवार में हुआ था जहाँ उनके परिवार के सभी सदस्य सरकारी नौकरी करते थे। इनके पिता शंभू नाथ मिश्रा सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में कार्यरत थे। उनके पिता संगीत और साहित्य में बहुत रुचि रखते थे। हाल ही में उनका निधन हो गया। उनकी माँ एक गृहिणी हैं। उनके दादा जिला मजिस्ट्रेट थे और दादी पटना रेडियो स्टेशन में गायिका थीं। संजय मिश्रा अपने परिवार में चार भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं।
संजय मिश्रा कितने शिक्षित हैं(How educated is Sanjay Mishra)?
उनके पिता पीआईबी में काम करते थे, जिसके कारण उनका ट्रांसफर वाराणसी हो गया । संजय मिश्रा तब 9 साल के थे, और अपने पूरे परिवार के साथ वाराणसी आ पहुंचे जहां उनकी प्राथमिक शिक्षा केंद्रीय विद्यालय बीएचयू से पूरी हुई। बचपन से ही संजय को पढ़ाई में कोई रूचि नहीं थी। उनके पिता को चिंता थी कि वह जीवन में कुछ कर पाएंगे या नहीं, क्योंकि संजय 10वीं क्लास में 2 बार फेल हो गए थे।
एक्टर ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्हें पढ़ाई समझ में नहीं आती थी और वह स्कूल जाने से बचने के लिए हर दिन अलग-अलग बहाने ढूंढते थे। उन्होंने आगे बताया कि 10वीं क्लास में फेल होने के बाद मेरी बहन की सहेलियां मुझे भैया कहकर बुलाती थीं, क्यूंकि उन सब में मैं बड़ा था। उस वक्त मुझे उनके साथ एक ही क्लास में बैठना पड़ता था। और मैं उनसे बहुत शर्म से कहता था कि अब वे मुझे भैया न कहें क्योंकि हम एक ही क्लास में हैं।
काशी की गलियों में पले-बढ़े संजय मिश्रा को धीरे-धीरे एक्टिंग में दिलचस्पी होने लगी, जिसके बाद उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में एडमिशन लिया और एक्टिंग की पढ़ाई शुरू कर दी। उन्होंने साल 1989 में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की।
संजय मिश्रा ने अपना बॉलीवुड करियर कब और कैसे शुरू किया(When and how did Sanjay Mishra start his Bollywood career)
अगर संजय मिश्रा के बॉलीवुड करियर की बात करें तो उनका बॉलीवुड सफर संघर्षों से भरा रहा है। एनएसडी से डिग्री लेने के बाद वे 1991 में अपनी किस्मत आजमाने मुंबई आ गए। जब वे मुंबई आए तो उनके हाव-भाव और लुक को देखकर यह कहना मुश्किल था कि वे किस तरह के एक्टर बनेंगे, विलेन बनेंगे, कॉमेडियन बनेंगे या हीरो।
शुरुआत में साल 1991 में संजय को मेगास्टार अमिताभ बच्चन के साथ मिरिंडा का विज्ञापन करने का मौका मिला। जिसके बाद एक्टर को विज्ञापनों में छोटे-मोटे रोल मिलने लगे। उनका संघर्ष अभी भी जारी था क्योंकि उन्हें वो पहचान नहीं मिल पाई जिसके वो हकदार थे।
शुरुआत में अभिनेता को धारावाहिक चाणक्य में भी अभिनय करने का मौका मिला जहां मिश्रा जी ने पहली शूटिंग में 28 टेक लिए और तब से उन्हें एहसास हुआ कि अभिनय करना इतना आसान नहीं है। शुरुआत में साल 1991 में संजय को मेगास्टार अमिताभ बच्चन के साथ मिरिंडा का विज्ञापन करने का मौका मिला। जिसके बाद एक्टर को विज्ञापनों में छोटे-मोटे रोल मिलने लगे। उनका संघर्ष अभी भी जारी था क्योंकि उन्हें वो पहचान नहीं मिल पाई जिसके वो हकदार थे। लेकिन उन्होंने मुंबई के वड़ा पाव के साथ अपना संघर्ष जारी रखा।
संजय मिश्रा ने फिल्मों में काम पाने के लिए बहुत मेहनत की(Sanjay Mishra worked very hard to get work in films)
1991 से 1999 तक अपने संघर्ष के दिनों में मिश्रा जी ने फिल्म मेकिंग के हर क्षेत्र में काम किया, चाहे वह कैमरा मैन की नौकरी हो या कोई अन्य नौकरी। एक्टर को फोटोग्राफी का भी बहुत शौक था, इसलिए वह फोटोग्राफी करके भी कुछ पैसे कमा लिया करते थे।
अपने एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि शुरुआती दौर में संजय को सीरियल ‘चाणक्य’ में काम मिला, जहां उन्होंने पहले शूट में 28 शॉट लिए, तब उन्हें एहसास हुआ कि एक्टिंग इतनी आसान नहीं है। एक्टर के अभिनय से प्रभावित होकर तिग्मांशु धूलिया ने उन्हें अपने सीरियल में काम दिया और यहीं से उन्होंने छोटे पर्दे पर अभिनय करना शुरू कर दिया। इसके बाद उन्हें कई सीरियल में काम मिलने लगा और उन्होंने हर किरदार को बखूबी निभाया और अपनी एक्टिंग की छाप छोड़ी। इसी बीच एक्टर को एक सीरियल में काम करने का मौका मिला, सीरियल का नाम था ऑफिस-ऑफिस। इस सीरियल में एक्टर ने बॉलीवुड के महान कलाकार पंकज कपूर और मनोज पाहवा के साथ काम किया था और इस सीरियल के जरिए वो काफी मशहूर हो गए थे। उनके रोल को काफी पसंद किया गया था।
जब संजय मिश्रा को फिल्मों में काम मिलना शुरू हुआ(When Sanjay Mishra started getting work in films)
सीरियल ऑफिस ऑफिस के बाद मिश्रा जी को फिल्मों में भी रोल मिलने लगे। उन्हें अपनी पहली फिल्म 1995 में मिली। उनकी पहली डेब्यू फिल्म ओह डार्लिंग ये है इंडिया थी। इस फिल्म में उनका रोल बहुत छोटा था। फिल्म में वे हारमोनियम बजाते नजर आए है।
बंटी और बबली जैसी फिल्में करने के बाद एक्टर ने सीरियल्स में काम करना बंद कर दिया। संजय को एक के बाद एक फिल्में मिलने लगीं। एक्टर के डायलॉग ‘धोधू जस्ट चिल’ और फिल्म ‘एक दो तीन’ में उनके कॉमिक रोल ने उन्हें खूब पहचान दिलाई और उन्होंने सभी के दिलों में अपनी एक अलग जगह बना ली। अभिनेता अपनी हास्य भूमिकाओं के लिए सबसे ज़्यादा जाने जाते हैं, हालांकि उन्होंने ज़मीन, चरस, प्लान और सत्या जैसी फिल्मों में गंभीर भूमिकाएँ भी निभाई हैं।
संजय मिश्रा ने अपने इंटरव्यू में कहा था कि फिल्मों में काम मिलना साबुन बेचने जैसा है। जैसे साबुन खोलकर दिखाओ और उसके गुण बताओ। इसी तरह अगर आपको बॉलीवुड फिल्मों में रोल चाहिए तो ऑडिशन दो और खुद को साबित करो, अगर आपमें टैलेंट और लगन है तो आपको फिल्मों में काम मिलना शुरू हो जाएगा। और अपने संघर्ष से आप एक दिन सफलता जरूर हासिल करेंगे।
संजय मिश्रा की प्रेम कहानी(Sanjay mishra love story)
एक्टर संजय मिश्रा ने अपने जीवन में दो शादियाँ की हैं। जब वे एनएसडी में थे, तब उन्हें एक लड़की से प्यार हो गया और उन्होंने उससे शादी कर ली। लेकिन किसी कारण से उनकी पहली शादी टूट गई, जिसके कारण उन्हें दुख, उदासी और शौक के दौर से गुजरना पड़ा। फिर भी, अपनी माँ के प्रोत्साहन से मिश्रा ने शादी करके खुद को एक और मौका देने का फैसला किया। 2009 में उन्होंने उत्तराखंड की रहने वाली किरण मिश्रा से शादी की, जिनसे उनकी दो बेटियाँ हैं। उनकी एक बेटी का नाम पल है, और दूसरी बेटी का नाम लम्हा है। वर्तमान में मिश्रा और उनकी पत्नी एक साथ एक संतुष्ट और पूर्ण विवाहित जीवन का आनंद ले रहे हैं।
संजय मिश्रा की कुल संपत्ति कितनी है(What is the total wealth of Sanjay Mishra)?
अगर संजय मिश्रा की नेटवर्थ की बात करें तो बॉलीवुड के बेहतरीन एक्टर्स में से एक संजय की नेटवर्थ 110 करोड़ रुपए है। वह एक फिल्म के लिए 50 लाख से ज्यादा चार्ज करते हैं। वह कई कमर्शियल ब्रांड्स का प्रमोशन भी करते हैं। मिश्रा जी के पास कुछ महंगी कारों का कलेक्शन भी है। जैसे टोयोटा इनोवा क्रिस्टा और बीएमडब्ल्यू 3 सेरिस।
संजय मिश्रा ने एक्टिंग से क्यों ले लिया संन्यास(Why did Sanjay Mishra retire from acting)?
बॉलीवुड स्टार संजय मिश्रा जिन्होंने अपनी एक्टिंग से साउथ के साथ-साथ भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में भी अपनी छाप छोड़ी है। एक्टर ने बताया कि करियर के बीच जब वह फिल्म ऑल द बेस्ट की शूटिंग कर रहे थे, उनकी तबीयत काफी खराब हो गई थी, इसलिए वो अपने गांव लौट आए जहां उसके पिता ने उन्हें जी.बी. पंत अस्पताल में भर्ती कराया तब डॉक्टर ने उनके पेट से 15 लीटर पस्स निकाली, तब जाकर उनकी तबीयत में सुधार हुआ। उनकी तबीयत में सुधार तो हुआ लेकिन उन्होंने अपने पिता को खो दिया।
उनके ठीक होने के कुछ समय बाद ही उनके पिता निधन हो गया। जिससे उन्हें काफी सदमा लगाऔर एक्टर पूरी तरह से टूट गए फिर उन्होंने सोचा कि वो एक्टिंग छोड़ देंगे और यहां से चले जाएंगे और संजय ऋषिकेश पहुंच गए जहां वो गंगा के किनारे एक ढाबे पर चाय और मैगी बनाया करते थे। कुछ समय बाद उनकी मां ने उन्हें खूब समझाया और रोते हुए कहा बेटा की तुम यह क्या काम कर रहे हो काफी समझाने के बाद मिश्रा जी वापस आए और अपनी जिंदगी नए सिरे से शुरू की जिसके बाद वो एक से एक बेहतरीन फिल्मों में नजर आए।
संजय मिश्रा के बारे में अज्ञात तथ्य(Unknown facts about Sanjay Mishra)
- जब संजय मिश्रा ने एनएसडी में प्रवेश किया, तब बॉलीवुड स्टार इरफान खान एनएसडी में अपने अंतिम वर्ष में थे।
- एनएसडी में तिग्मांशु धूलिया उनके बैचमेट थे, जिन्होंने बाद में अभिनेता को अपने सीरियल में काम भी दिया।
- संजय मिश्रा चिकन खाने, शराब पीने और धूम्रपान के शौकीन हैं।
- मिश्रा बेहद लोकप्रिय धारावाहिक ऑफिस-ऑफिस में एक भ्रष्ट, लालफीताशाही से ग्रस्त नौकरशाह शुक्ला की भूमिका निभाकर घर-घर में मशहूर हो गए।
- केतन मेहता की कल्ट फिल्म – मिर्च मसाला देखने के बाद, वह फिल्म के प्रशंसक बन गए और उनके साथ रहने का फैसला किया।
- 1999 क्रिकेट विश्व कप के दौरान, वह ईएसपीएन स्टार स्पोर्ट्स के लिए अपने एप्पल सिंह विज्ञापनों से काफी प्रसिद्ध हो गए।
संजय मिश्रा की कुछ बेहतरीन फिल्में(Some of the best movies of Sanjay Mishra)
2022 – फिल्म – वध [फिल्म की कहानी सेवानिवृत्त प्रोफेसर शंभूनाथ मिश्रा (संजय मिश्रा) और उनकी पत्नी मंजू मिश्रा (नीना गुप्ता) पर आधारित है। वे दोनों अपने बेटे प्रजापति (सौरभ सचदेवा) को बेहतर करियर बनाने के लिए विदेश भेजते हैं और इस तरह वह कर्ज में डूब जाते है।]
2018 – फिल्म – [कामयाब ‘कामयाब’ एक ऐसे मध्यम आयु वर्ग के व्यक्ति की कहानी है, जिसने सहायक अभिनेता के रूप में 499 फिल्मों में काम किया है और वह सिनेमा की दुनिया में लौटकर अपनी 500वीं फिल्म बनाना चाहता है। इस फिल्म में संजय ने लीड रोल प्ले किया है।]
2009 – फ़िल्म ऑल द बेस्ट [यह फ़िल्म रोहित शेट्टी द्वारा निर्देशित और अजय देवगन द्वारा निर्मित एक हिंदी भाषा की कॉमेडी फ़िल्म है। इसमें अजय देवगन, संजय दत्त, फरदीन खान, बिपाशा बसु, जॉनी लीवर, संजय मिश्रा और मुग्धा गोडसे मुख्य भूमिकाओं में हैं।]
2013 – फ़िल्म – आँखों देखी [फिल्म के नायक बाउजी (संजय मिश्रा) को इस दुविधा का सामना करना पड़ता है। हमेशा कर्तव्यों और जिम्मेदारियों के बोझ तले दबे रहने वाले बाउजी की बेटी की जिंदगी में एक घटना उन्हें आत्म-खोज के रास्ते पर ले जाती है और उन्हें केवल वही मानने के लिए मजबूर करती है जो वह कहती है।]
2015 – फ़िल्म – दम लगा के हईशा [शरत कटारिया द्वारा लिखित और निर्देशित, यह एक भारतीय हिंदी भाषा की रोमांटिक-ड्रामा फिल्म है, जिसमें आयुष्मान खुराना और भूमि पेडनेकर (अपनी पहली फीचर फिल्म में), संजय मिश्रा और सीमा पाहवा प्रमुख भूमिकाओं में हैं।
संजय मिश्रा द्वारा जीते गए कुछ बॉलीवुड पुरस्कार(Some Bollywood Awards won by Sanjay Mishra)
- 2014 – फिल्म – आँखों देखी में बेस्ट एक्टर के लिए जागरण फिल्म फेस्टिवल अवार्ड
- 2015 – फ़िल्म – मसान में बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर के लिए जागरण फिल्म फेस्टिवल अवार्ड
- 2015 – फिल्म – आँखों देखी में बेस्ट एक्टर के लिए फिल्मफेयर अवार्ड
- 2016 – फ़िल्म – मसान में बेस्ट एक्टर इन अ सपोर्टिंग रोल के लिए ज़ी सिने अवार्ड
- 2023 – फ़िल्म – वध में बेस्ट एक्टर के लिए फिल्मफेयर अवार्ड