R Madhavan Biography in Hindi: “रहना है तेरे दिल में”, “तनु वेड्स मनु” और “3 इडियट्स” जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम करने वाले आर माधवन का पूरा नाम रंगनाथन माधवन है। उन्होंने हिंदी, तमिल और तेलुगु फिल्मों के साथ-साथ कुल 7 भाषाओ की फिल्मों में काम किया है। उन्होंने चार बार फिल्मफेयर पुरस्कार ,साउथ और तमिलनाडु राज्य फिल्म पुरस्कार भी जीता है। तो अगर आप भी आर माधवन के फिल्मों और उनके जीवन के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ें।
आर माधवन का परिवार (R Madhavan Family)
माधवन का जन्म 1 जून 1970 को जमशेदपुर में हुआ था। लोग उन्हें प्यार से मैडी भाई, मैडी पाजी, मैडी भाईजान और मैडी अन्ना भी कहते हैं। उनके पिता, रंगनाथन शेषदात्री, टाटा स्टील में एक प्रबंधन कार्यकारी हैं, जबकि उनकी माँ, सरोजा, बैंक ऑफ इंडिया में प्रबंधक हैं। देविका रंगनाथन, उनकी छोटी बहन है और वह यूके में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम करती है। साल 1999 में उन्होंने सरिता बिरजे से शादी की। उनकी पत्नी सरिता बिरजे ने उनकी कई फिल्मों में बतौर कॉस्ट्यूम डिजाइनर भी काम किया है। उनका एक बेटा भी है, जिसका नाम वेदांत है और वह नेशनल लेवल पर एक तैराक है।
आर माधवन की शिक्षा (R Madhavan Education)
उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा डीबीएमएस इंग्लिश स्कूल, जमशेदपुर, झारखंड से पूरी की। उसके बाद उन्होंने राजाराम कॉलेज, कोल्हापुर, महाराष्ट्र से इलेक्ट्रॉनिक्स में बीएससी की पढ़ाई की। बाद में उन्होंने केसी कॉलेज, मुंबई से पब्लिक स्पीकिंग में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। आर माधवन बचपन से ही पढ़ाई में अच्छे स्टूडेंट थे। साल 1988 में कनाडा में होने वाले कल्चर एंबेसडर में उन्होंने अपने स्कूल की ओर से प्रतिनिधित्व किया था। इसके अलावा कॉलेज के दिनों में वह एक अच्छे कैडेट भी थे। उनका बचपन से ही आर्मी ऑफिसर बनने का सपना था, एक्टर बनने के बारे में तो उन्होंने कभी सोचा ही नहीं था। लेकिन सेना में भर्ती के समय उनकी उम्र उच्तम आयु से 6 महीने अधिक हो गई थी। इसलिए उन्होंने एक स्कूल में अध्यापन कार्य शुरू कर दिया और उन्होंने अपना ध्यान पब्लिक स्पीकिंग की ओर केंद्रित किया।
आर माधवन का करियर (R Madhavan Career)
आर माधवन ने अपने करियर की शुरुआत चंदन के एक विज्ञापन से की थी। उसके बाद डायरेक्टर मणिरत्नम ने उन्हें एक फिल्म में काम करने के लिए ऑफर दिया और उस फिल्म के लिए उनका स्क्रीन टेस्ट भी हुआ था। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। मणिरत्नम ने उन्हें यह कहते हुए फिल्म से निकाल दिया कि वह फिल्म के लिए फिट नहीं हैं। उसके बाद माधवन टीवी सीरियल्स में काम करने लगे।
साल 1998 में, उन्होंने एक अंग्रेजी फिल्म “इन्फर्नो” में अभिनय किया, जिसमें उन्होंने एक भारतीय पुलिस अधिकारी की भूमिका निभाई। हालांकि इस फिल्म से उन्हें ज्यादा पॉपुलैरिटी नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने साउथ की कई फिल्मों में काम किया और उन्हें साउथ फिल्मफेयर अवार्ड से भी सम्मानित किया गया था। लेकिन आर माधवन की फिल्मों (R Madhavan Movies) की बात करें तो उन्हें असली पहचान हिंदी फिल्म ‘रहना है तेरे दिल में’ से मिली।
इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। बाद में उन्हें मणिरत्नम की फिल्म ‘गुरु’ में काम करने का मौका मिला। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही और इस फिल्म में माधवन की अभिनय को खूब सराहा गया।
साल 2010 में उन्होंने आमिर खान और शरमन जोशी के साथ फिल्म “3 इडियट्स” में काम किया। यह फिल्म भी बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही और कमाई के मामले में इस फिल्म ने कई रिकॉर्ड बनाए।
इसके बाद साल 2011 में उन्होंने कंगना रनौत के साथ फिल्म ‘तनु वेड्स मनु’ में काम किया। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर खूब धमाल मचाया था।
इसके बाद साल 2015 में इस फिल्म का सीक्वल “तनु वेड्स मनु रिटर्न” रिलीज हुई और यह फिल्म भी अपनी पहली फिल्म की तरह सुपरहिट फिल्म साबित हुई।
आर माधवन की फिल्में (R Madhavan Movies)
- शांति शांति शांति (1998) – कन्नड़
- अलईपायुथे (2000) – Tamil
- मिन्नले (2001)
- रहना है तेरे दिल में (2001)
- काननाथील मुथामित्तल (2002) – Tamil
- दिल विल प्यार व्यार (2002)
- रन (2002) – Tamil
- अंबे सिवम (2003) – Tamil
- आइथा एज़ुथु (2004) – Tamil
- रामजी लंदनवाले (2005) – Hindi
- रंग दे बसंती (2006) – Hindi
- देल्ही हाइट्स (2007)
- गुरु (2007)
- इवानो ओरुवन (2007)- Tamil
- यवारम नलम (2009)
- थ्री ईडियट्स (2009)
- तीन पत्ती (2010)
- तनु वेड्स मनु (2011) – Hindi
- तनु वेड्स मनु रिटर्न (2015)
- इरुधी सुत्रू (2016) – Tamil
- चंदा मामा दूर के (2018)
- रॉकेट्री: द नंबी इफेक्ट (2019)
- धोखा: राउंड डी कॉर्नर (2022)
आर माधवन द्वारा जीते पुरस्कार (R Madhavan Awards)
- साल 2001 – फिल्म “अलैपायुथे” – फिल्मफेयर अवार्ड साउथ – बेस्ट मेल डेब्यू
- साल 2002 – फिल्म “अनबे शिवम” – आई टी एफ ए अवार्ड – बेस्ट एक्टर
- साल 2002 – फिल्म “रन” – तमिलनाडु स्टेट फिल्म अवार्ड – बेस्ट एकटर
- साल 2002 – फिल्म “कन्नतगिल मुथामित्तल” – तमिलनाडु स्टेट फिल्म अवार्ड – बेस्ट एकटर
- साल 2003 – फिल्म “अंबे शिवम” – तमिलनाडु स्टेट फिल्म अवार्ड – बेस्ट एकटर
- साल 2005 – फिल्म “आयथा एजुथु” – फिल्मफेयर अवार्ड तामिल – बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर
- साल 2012 – एशियानेट गोल्डन स्टार अवार्ड
- साल 2016 – फिल्म “इरुधि सूत्र:” – फिल्मफेयर अवार्ड तामिल – बेस्ट एकटर
- साल 2017 – फिल्म “विक्रम वेधा” – फिल्मफेयर अवार्ड साउथ – बेस्ट एक्टर ( क्रिटिक्स )
- साल 2018 – फिल्म “साला खडूस” – मेल का IIFA उत्सवम अवार्ड तामिल – बेस्ट परफॉर्मेस इन ए लीड रोल
रंगानाथन माधवन से जुड़े विवाद (R Madhavan Controversies)
धर्म विशेष पर जोक सुनाने के लिए की गई आलोचना (Criticism made for telling jokes on a particular religion)
हाल ही में आर माधवन का एक पुराना वीडियो वायरल हुआ था, जिससे वह विवादों में घिर गए थे। इस्लामोफोबिया को बढ़ावा देने के लिए लोगों ने उनकी आलोचना की और उन्हें यहां तक कहा कि माधवन जैसा जिम्मेदार व्यक्ति सिर्फ लोगों के मनोरंजन के लिए एक विशेष समुदाय को बदनाम करने की कोशिश कैसे कर सकता है।
दरअसल माधवन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था, जिसमें वह एक जोक सुनाते नजर आ रहे हैं। जो कुछ इस प्रकार है –
अब्दुल डॉक्टर से कहता है कि मेरी बीवी के पेट में दर्द हो रहा है, प्लीज डॉक्टर साहेब चेक कर बताओ की क्या प्रॉब्लम है?डॉक्टर ने चेक करने के बाद कहा कि तुम्हारी पत्नी को अपेंडिक्स है, उसका ऑपरेशन करना पड़ेगा। फिर डॉक्टर ने अपेंडिक्स का ऑपरेशन किया और उसकी पत्नी ठीक हो गई।
एक साल बाद अब्दुल फिर डॉक्टर के पास गया और बोला कि मेरी पत्नी के पेट में दर्द हो रहा है। प्लीज डॉक्टर साहब मेरी पत्नी का अपेंडिक्स का ऑपरेशन कर दीजिए, मेरी पत्नी ठीक हो जाएगी। इस पर डॉक्टर कहता हैं- मुझे मेरा काम मत सिखाओ। हर इंसान का एक ही अपेंडिक्स होता है और मैंने पहले ही अपेंडिक्स का ऑपरेशन कर दिया है तो फिर दुबारा अपेंडिक्स कैसे हो सकता है। इस पर अब्दुल कहता हैं – डॉक्टर साहेब, मैं आपकी बात से सहमत हूँ, हर इंसान का सिर्फ एक ही अपेंडिक्स होता है, लेकिन एक आदमी की दो पत्नियाँ तो हो सकती है ना?
इस वीडियो के वायरल होने के बाद ट्विटर यूजर्स ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया। एक यूजर ने यहां तक कह दिया कि उनसे इस तरह की उम्मीद नहीं थी, लेकिन यह जरूरी नहीं कि एक महान अभिनेता एक महान इंसान भी हो।
आर माधवन के बेटे ने जीता 5 गोल्ड मैडल (R Madhavan Son)
आर माधवन के बेटे का नाम वेदांत माधवन है और वह नेशनल लेवल पर एक तैराक है। हाल ही में उन्होंने मलेशिया में आयोजित होने वाली तैराकी चैंपियनशिप में 5 स्वर्ण पदक जीते हैं और उन्होंने अपने पिता के साथ-साथ अपने देश को भी गौरवान्वित किया है। दरअसल वेदांत ने मलेशिया के कुआलालंपुर में होने वाली मलेशिया इंविटेशनल एज ग्रुप स्विमिंग चैंपियनशिप 2023 में हिस्सा लिया था। जहां उन्होंने 50 मीटर, 100 मीटर, 200 मीटर, 400 मीटर और 1500 मीटर की प्रतिस्पर्धा में कुल 5 गोल्ड मेडल जीते।
साल 2019 में उनके बेटे वेदांत माधवन ने एशियन एज गेम्स में हिस्सा लिया था और उन्होंने स्विमिंग प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल भी जीता था। इससे पहले उनके बेटे ने जूनियर नेशनल स्विम मीट में भी 3 गोल्ड मेडल और एक सिल्वर मेडल जीता था।
अपनी स्टूडेंट को ही दिल दे बैठे थे माधवन (R Madhavan Love Story)
पढ़ाई पूरी करने के बाद आर. माधवन कोल्हापुर में ही बतौर शिक्षक काम करने लगे। उसी दौरान उनकी पहली मुलाकात सरिता बिरजे से हुई थी। माधवन सरिता को कम्युनिकेशन और पब्लिक स्पीकिंग की क्लासेस देते थे। क्लास खत्म होने के बाद सरिता को एयर होस्टेस की नौकरी मिल गई। नौकरी मिलने की खुशी में वह माधवन को धन्यवाद देने पहुंची। फिर सरिता ने उनसे डिनर के लिए कहा और इस तरह दोनों दोस्त बन गए। धीरे-धीरे उनकी दोस्ती प्यार में बदल गई। करीब 8 साल तक एक-दूसरे को डेट करने के बाद दोनों ने शादी करने का फैसला किया। साल 1999 में उन्होंने सरिता बिरजे से शादी की। साल 2005 में, उनका एक बेटा हुआ, जिसका नाम वेदांत माधवन है।
आर माधवन के बारे में अज्ञात तथ्य (R Madhavan Unknown Facts)
फिल्मों में आने से पहले, उन्होंने “तोल मोल के बोल”, “बनेगी अपनी बात” और “घर जमाई” जैसे कई टीवी धारावाहिकों में भी काम किया था।
वर्ष 2001 में, उन्होंने साउथ की अभिनेत्री रीमा सेन के साथ तमिल फिल्म “मिनले” में काम किया। यह फिल्म निर्देशक “गौतम वासुदेव मेनन” की पहली फिल्म थी। बाद में, उसी फिल्म का हिंदी रीमेक बना, जिसका नाम “रहना है तेरे दिल में” रखा गया और इस फिल्म में आर माधवन के साथ दीया मिर्जा और सैफ अली खान ने मुख्य किरदार में नजर आये थे।
आर माधवन एक तमिल परिवार से ताल्लुक रखते हैं, लेकिन उन्होंने अपना बचपन जमशेदपुर, झारखंड में बिताया, क्योंकि उनके पिता टाटा स्टील में एक प्रबंधन कार्यकारी के रूप में काम करते थे।
वर्ष 1988 में वह अपने स्कूल की ओर से भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए एक सांस्कृतिक राजदूत के रूप में कनाडा गए।
22 साल की उम्र में, वह महाराष्ट्र के सर्वश्रेष्ठ एनसीसी कैडेटों में से एक थे। उन्होंने नौसेना और वायु सेना के साथ प्रशिक्षण भी लिया था, लेकिन वह आर्मी ऑफिसर की भर्ती में सफल नहीं हुए क्योंकि उनकी उम्र ऊपरी आयु सीमा से 6 महीने अधिक था।
साल 1996 में उन्होंने मॉडलिंग से अपने करियर की शुरुआत की और सबसे पहले उन्होंने एक टैल्कम पाउडर का विज्ञापन किया, जिसके लिए उन्हें 100 रुपये मिले थे।
आर माधवन की फिल्मों (R Madhavan Movies) की बात करे तो मुख्य भूमिका के रूप में उनकी पहली हिंदी फिल्म वर्ष 2001 में रिलीज़ हुई फिल्म “रहना है तेरे दिल में” थी।
आर माधवन ने टीवी शो “तोल मोल के बोल” के होस्ट के रूप में भी काम किया था।
माधवन पूर्ण रूप से एक शाकाहारी हैं और वह पेटा का भी समर्थन करते हैं। वर्ष 2006 में उन्हें पेटा द्वारा ‘क्यूटेस्ट मेल वेजिटेरियन’ के खिताब से नवाजा गया।
माधवन को माउंट क्लाइम्बिंग बहुत पसंद है और उन्होंने न्यूजीलैंड में माउंट कुक की चढ़ाई की है।
उन्होंने हिंदी, अंग्रेजी, तेलुगु, तमिल और कन्नड़ सहित 7 अलग-अलग भाषाओं की फिल्मों में काम किया है।
वर्ष 2003 में संजय दयामा के निर्देशन में बनी फिल्म “विवाह” में माधवन और ऋतिक रोशन मुख्य भूमिका में थे। लेकिन किसी वजह से ये फिल्म पूरी नहीं हो पाई।
माधवन अपनी फिल्मों “अंबे शिवम” और “विक्रम वेधा” के साथ शीर्ष 10 रेटेड भारतीय फिल्मों की सूची में तीसरे नंबर पर आते हैं। इस सूची में अन्य दो अभिनेता आमिर खान और कमल हासन हैं।
साल 2016 में उन्हें कुष्ठ रोग के इलाज के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए भारत सरकार द्वारा गुडविल एंबेसडर नियुक्त किया गया था।
साल 2017 में, उन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय में वार्षिक भारत सम्मेलन में भाग लिया और वहां भाषण दिया।
माधवन फिल्मों (R Madhavan Movies) के अलावा कई चैरिटी शोज में भी नजर आ चुके हैं। उन्होंने चेन्नई में एक चैरिटी के लिए एक शेफ के रूप में डोसा बनाने का भी काम किया।
साल 2007 में, उन्होंने एक सेलिब्रिटी चैरिटी शो में अमिताभ बच्चन और निर्देशक मणिरत्नम के साथ गोल्फ प्रतियोगिता में भी भाग लिया।
निष्कर्ष (Conclusion):
उम्मीद करते है कि आर माधवन के फिल्मों (R Madhavan Biography in Hindi) और उनके जीवन के बारे यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। इसी तरह की नई जानकारियों के लिए इस वेबसाइट के दूसरे आर्टिकल को भी पढ़ सकते है। इस आर्टिकल से सम्बंधित अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो कमेंट करके जरूर बताए। इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद !