किरण खेर एक अभिनेत्री होने के साथ-साथ एक राजनीतिज्ञ भी हैं। वह बॉलीवुड के लोकप्रिय अभिनेता अनुपम खेर की पत्नी हैं। उन्होंने ‘मैं हूं ना’, ‘देवदास’, ‘फन्ना’ और ‘वीर-जारा’ जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया है। आइए जानते हैं किरण खेर के जीवन परिचय (Kirron Kher Biography in Hindi) के बारे में विस्तार से –
एक्ट्रेस किरण खेर का जन्म 14 जून 1955 को बैंगलोर में हुआ था, लेकिन उनका परिवार उनके जन्म के कुछ दिनों के बाद ही चंडीगढ़ चला आया। उनकी शुरुआती पढ़ाई चंडीगढ़ में ही हुई। बाद में उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ के इंडियन थिएटर से स्नातक की पढ़ाई किया।
किरण खेर की पारिवारिक पृष्ठभूमि (Kirron Kher Family Background)
उनके पिता ठाकुर सिंह संधू एक आर्मी ऑफिसर थे, जबकि मां दिलजीत कौर एक गृहिणी थीं। उनकी दो बहनें हैं जिनके नाम शरणजीत कौर संधू और कंवल ठक्कर कौर हैं। कंवल ठक्कर कौर, एक बैडमिंटन खिलाड़ी हैं और उन्होंने बैडमिंटन में अर्जुन पुरस्कार भी हासिल किया है। शरणजीत कौर संधू एक गृहिणी हैं और उन्होंने भारतीय नौसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी से शादी की हैं। उनका एक भाई भी था, जिसका नाम अमरदीप सिंह था, जो एक कलाकार था। लेकिन साल 2003 में एक हादसे में उनकी मौत हो गई।
साल 1980 में, उन्होंने व्यवसायी गौतम बेरी से शादी की। जिनसे उन्हें एक बेटा है, जिसका नाम सिकंदर खेर है। उनकी शादीशुदा जिन्दंगी ठीक नहीं चल रही थी, इसलिए उन्होंने साल 1985 में गौतम बेरी से तलाक ले लिया। इसके बाद उन्होंने अभिनेता अनुपम खेर से शादी की। अनुपम खेर की भी ये दूसरी शादी थी, इससे पहले उन्होंने मधुमालती से शादी की थी।
किरण खेर की शादीशुदा जिंदगी (Kirron Kher Marriage Life)
फिल्मों के साथ-साथ किरण खेर अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी काफी चर्चित रही हैं। किरण खेर के पति अनुपम खेर के बारे में तो सभी जानते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनके पहले पति बिजनेसमैन गौतम बेरी थे। किरण खेर शुरुआत से ही एक्टिंग में करियर बनाना चाहती थीं। जब तक वह चंडीगढ़ में रही, वह एक थिएटर ग्रुप का हिस्सा थीं। साल 1980 में किरण फिल्मों में करियर बनाने के लिए मुंबई आ गईं। वहां उनकी मुलाकात बिजनेसमैन गौतम बेरी से हुई। धीरे-धीरे दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ने लगीं और दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे। दोनों एक दूसरे के साथ काफी खुश थे इसलिए दोनों ने शादी करने का फैसला किया। इसके बाद दोनों को एक बेटा हुआ, जिसका नाम उन्होंने सिकंदर रखा। सिकंदर महज पांच साल का था तभी से दोनों के रिश्ते के बीच दरार आना शुरू हो गया था।
किरण खेर और अनुपम खेर की पहली मुलाकात (Kirron Kher and Anupam Kher First Meeting)
किरण खेर के जीवन में अनुपम खेर का अहम स्थान है। उनकी पहली मुलाकात तब हुई थी, जब दोनों चंडीगढ़ के एक ही थिएटर में काम करते थे। उस वक्त दोनों अच्छे दोस्त थे, फिर वक्त के साथ दोनों अपनी-अपनी जिंदगी में आगे बढ़ गए। गौतम बेरी से शादी के बाद किरण खेर अपनी जिन्दंगी से खुश नहीं थीं। वहीं दूसरी तरफ अनुपम खेर इतने सालों में मधुमालती कपूर से शादी कर ली थी। लेकिन अनुपम खेर भी अपनी शादीशुदा जिंदगी से खुश नहीं थे।
सालों बाद किरण खेर और अनुपम खेर एक बार फिर कोलकाता में मिले। उस वक्त दोनों शादीशुदा थे, लेकिन दोनों अपनी शादीशुदा जिंदगी से खुश नहीं थे। इस मुलाकात के बाद ही दोनों को एक दूसरे के लिए अपने प्यार का एहसास हुआ। किरण ने एक इंटरव्यू में बताया था कि जब मैं अनुपम से कोलकाता में मिली, तब तक वह पूरी तरह बदल चुके थे। उन्होंने अपना सिर मुंडवा लिया था। नाटक खत्म होने के बाद अनुपम कमरे के पास मुझे बाय कहने आए। वापस आते समय जब अनुपम ने मुड़कर मेरी तरफ देखा। तभी हमारे बीच सब कुछ बदल गया। हम दोनों को लगा कि हमारे बीच जरूर कुछ है।
किरण खेर का फिल्मी करियर (Kirron Kher Filmy Career)
किरण खेर ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत पंजाबी फिल्म “आसरा प्यार दा” से की थी। इसके बाद उन्होंने साल 1988 में बॉलीवुड फिल्म “पेस्तानजी” में काम किया। इस फिल्म में किरण खेर के अलावा अनुपम खेर, नसीरुद्दीन शाह और शबाना आजमी मुख्य भूमिका में थे। फिल्म को “सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म” के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
उसके बाद साल 1996 में उन्होंने श्याम बेनेगल द्वारा निर्देशित फिल्म “सरदारी बेगम” में काम किया। इस फिल्म में किरण खेर, अमरीश पुरी, रजित कपूर और राजेश्वरी सचदेव मुख्य भूमिका में थे। किरण खेर को इस फिल्म के लिए राष्ट्रिय फिल्म पुरस्कार के तहत स्पेशल ज्यूरी अवॉर्ड से सम्मानित किया गया, जबकि राजेश्वरी सचदेव को बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस के राष्ट्रिय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
साल 2000 में, उन्होंने रितुपर्णो घोष द्वारा निर्देशित एक बंगाली फिल्म में अभिनय किया। इस फिल्म के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से नवाजा गया था।
साल 2002 में, उन्होंने संजय लीला भंसाली द्वारा निर्देशित फिल्म “देवदास” में अभिनय किया। इस फिल्म में शाहरुख खान, ऐश्वर्या राय, माधुरी दीक्षित मुख्य भूमिका में नजर आए थे। किरण खेर ऐश्वर्या राय (पारो) की मां के रोल में नजर आई थीं। इस फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस के आईफा अवॉर्ड से नवाजा गया था।
इसके बाद साल 2004 में उन्होंने फराह खान के निर्देशन में बनी फिल्म “मैं हूं ना” में काम किया। इस फिल्म में शाहरुख खान, सुष्मिता सेन, सुनील शेट्टी, अमृता राव और जायेद खान मुख्य भूमिका में नजर आए थे। इस फिल्म में किरण खेर जायेद खान की मां के रोल में नजर आई थीं। इस साल 2004 में उन्होंने “वीर जारा” और “हम तुम” फिल्मों में काम किया। इस साल की तीनों ही फिल्में बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट फिल्में साबित हुईं।
किरण खेर का राजनीतिक करियर (Kirron Kher Political Career)
किरण खेर कई सालों से सामाजिक कार्यों से जुड़ी हुई हैं। उन्होंने भ्रूण हत्या के खिलाफ “लाडली” अभियान के लिए जोर शोर से हिस्सा लिया। इसके बाद उन्होंने कैंसर के खिलाफ “स्टॉप कैंसर” अभियान में भी हिस्सा लिया। साल 2009 में, वह लालकृष्ण आडवाणी की अध्यक्षता में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं। उन्होंने देश भर में अपनी पार्टी के प्रचार-प्रसार में भाग लिया। साल 2011 में चंडीगढ़ के नगर निगम चुनाव में उन्होंने अहम भूमिका निभाई। इसी साल उन्होंने अन्ना हजारे द्वारा चलाए जा रहे भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन में भी खुलकर हिस्सा लिया। इस आंदोलन के बाद जब केजरीवाल द्वारा “आम आदमी पार्टी” की स्थापना की जा रही थी तो उन्होंने इसका खुलकर विरोध किया।
साल 2014 में किरण खेर ने भारतीय जनता पार्टी की सीट पर लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की। उन्होंने यह जीत कांग्रेस के पवन बंसल और आम आदमी पार्टी के गुल पनाग को हराकर हासिल की।
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में किरण खेर ने दूसरी बार चंडीगढ़ संसदीय सीट से जीत हासिल की। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस प्रत्याशी पवन कुमार बंसल को करीब 47 हजार वोटों से हराया।
किरण खेर से जुड़ी कुछ अनकही बातें (Kirron Kher Unknown Facts)
- किरण खेर एक भारतीय अभिनेत्री होने के साथ-साथ चंडीगढ़ की सांसद भी हैं।
- साल 2008 में उन्होंने ज्योतिषी के हिसाव से अपना नाम “Kiran” से बदलकर “Kirron” रख लिया।
- उन्हें बचपन में बैडमिंटन खेलना बहुत पसंद था और वह अक्सर अपनी बहन के साथ बैडमिंटन खेलती थीं।
- साल 1985 में “चांदपुरी की चंपाबाई” नाटक में किरण खेर ने अनुपम खेर के साथ काम किया था।
- साल 1999 में उन्हें बंगाली फिल्म “बारीवाली” के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
- साल 2002 में उन्हें फिल्म “देवदास” के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री के फिल्मफेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- साल 2003 में उन्हें फिल्म “खामोश पानी” के लिए कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा गया।
- साल 2004 में, वह अमेरिकी टीवी धारावाहिक “ER” में नजर आई थी।
- साल 2009 में, रियलिटी शो “इंडियाज गॉट टैलेंट” में वह जज की भूमिका में नजर आए थे।
- साल 2009 में किरण खेर ने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर राजनीति में कदम रखा।
- साल 2021 में किरण खेर को ब्लड कैंसर का पता चला यह उस समय टाइप वन स्टेज में था, हालांकि सही समय पर पता चलने और सही इलाज होने से उन्होंने इस गंभीर बीमारी पर काबू पा लिया।
- किरण खेर राष्ट्रीय स्तर की बैडमिंटन खिलाड़ी रह चुकी हैं। उन्होंने अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के पिता प्रकाश पादुकोण के साथ राष्ट्रीय स्तर पर बैडमिंटन खेल चुकी है।
- उनके पास साड़ियों का अच्छा खासा कलेक्शन है, साथ ही साड़ियों के चयन के मामले में भी वह बहुत परफेक्ट रहती है।
- उन्हें खाने में समोसा और पंजाबी डिशेज बहुत पसंद हैं।
किरण खेर से जुड़े कुछ विवाद (Controvery Related to Kirron Kher)
साल 2023 में किशनगढ़ में आयोजित एक कार्यक्रम में किरण खेर ने अपने संसदीय क्षेत्र में हुए विकास कार्यों की चर्चा करते हुए मतदाताओं को चप्पल से मारने की बात कही थी। उनका यह वीडियो काफी वायरल हुआ था, जिसमें वह कहती नजर आ रही हैं कि अगर डीप कॉम्प्लेक्स में एक भी बंदा मेरे को वोट न डाले तो फिर बड़े लानत की बात है, जाकर छित्तर फेरने चाहिए उनको, क्योंकि इतने पैसे लगाकर मैंने उनकी सड़के बनवाई है। हालांकि किरण खेर ने यह बात मजाकिया अंदाज में कही थी, लेकिन विपक्षी पार्टी के नेताओं ने उनके इस बयान पर राजनीतिक हंगामा खड़ा कर दिया।
साल 2022 में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में एमएमएस लीक मामले में किरण खेर का एक बयान वायरल हुआ था। उन्होंने कहा था कि – चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी उनके विधानसभा क्षेत्र में नहीं आती है। इसलिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को इस संबंध में कार्रवाई करनी चाहिए। उनके इस बयान की काफी आलोचना हुई थी।
1984 के दंगों से वह बहुत आहत हुई थी (Greatly hurt by the 1984 riots)
किरण खेर ने एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया था कि वह राजनीति में आने के बारे में कभी नहीं सोचा था, लेकिन साल 1984 के दंगों ने उनके मन को झकझोर कर रख दिया। वह अपनी बहन की तरह बैडमिंटन खिलाड़ी बनना चाहती थी या फिर बलबंत गार्गी जी के ग्रुप के साथ अभिनय में करियर बनाना चाहती थी। वहीं 1984 के दंगों ने उन्हें सोचने पर मजबूर कर दिया। उन्हें लगा कि अगर राजनीति के जरिए इन चीजों को बदला जा सकता है तो राजनीति को समझना बहुत जरूरी है। इस घटना ने किरण खेर की जिंदगी (Kirron Kher Biography in Hindi) को बदल कर रख दिया और उन्हें राजनीति में आने के लिए मजबूर कर दिया।
सतीश कौशिक, किस तरह किरण खेर को बेवकूफ बनाया करते थे (How Satish Kaushik used to fool Kirron Kher)
बात उस समय की है जब अनुपम खेर और सतीश कौशिक बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत कर रहे थे। उसके पास इतने पैसे नहीं होते थे। उस समय अनुपम खेर और सतीश कौशिक दोनों ही किरण खेर के अच्छे दोस्त थे। एक शो “जीना इसी का नाम है” में किरण खेर ने इस बात का खुलासा किया था कि कैसे सतीश कौशिक उन्हें बेवकूफ बनाकर उनसे पैसे ठगा करते थे।
दरअसल उस समय किरण खेर, बॉम्बे कारमाइकल रोड में रहती थीं, जबकि सतीश कौशिक और अनुपम खेर सबअर्ब्स रोड में रहते थे। किरण खेर दोनों को अपने यहाँ बुलाती रहती थीं, क्योंकि दोनों बहुत ही एंटरटेनिंग थे। उनके आने से किरण खेर का दिन बन जाता था, वरना वह ऐसे ही बोर होते रहती थीं। सतीश कौशिक और अनुपम खेर किरण खेर के बुलाने पर नहीं आना चाहते थे। ऐसे में किरण खेर कहती थी कि तुम लोग आ जाओ, मैं टैक्सी का पैसा दे दूंगी। दोनों टैक्सी का पैसा देने के नाम पर चले आते थे।
किरण खेर बताती हैं कि दोनों जब भी मुझसे मिलने आते थे तो खाना खाकर कभी नहीं आते थे। मैं उन दोनों के लिए खाना बनाती थी। मैं उन्हें खाना खिलाती थी और दोनों मुझे खूब हंसाते थे। उसके बाद मैं उन्हें टैक्सी के पैसे देती थी, लेकिन दोनों टैक्सी के पैसे लेने के बाद भी बस से चले जाते थे। इस तरह दोनों अक्सर टैक्सी के पैसे बचा लेते थे और मुझे वेबकूफ बनाया करते थे।
निष्कर्ष (Conclusion):
उम्मीद करते है किरण खेर के जीवन परिचय (Kirron Kher Biography in Hindi) बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। इसी तरह अपने पसंदीदा कलाकारों के बारे जानने के लिए इस वेबसाइट के अन्य पोस्ट को को पढ़ सकते है। इस आर्टिकल से सम्बंधित अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो कमेंट करके जरूर बताये। इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद !